Delhi Service Bill: सीएम केजरीवाल ने मंत्रियों के साथ की बैठक, बदली परिस्थितियों में काम करने का बताया तरीका
दिल्ली सेवा विधेयक (Delhi Service Bill) पास होने के बाद मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्रियों के साथ बैठक की। दिल्ली सचिवालय में हुई इस बैठक में सेवा विधेयक पास होने के बाद बदली परिस्थितियों में दिल्ली सरकार की भविष्य की कार्यप्रणाली पर विस्तार से चर्चा हुई। इस दौरान सीएम ने मंत्रियों को बताया कि अब आगे कैसे काम करना है।

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली सेवा विधेयक (Delhi Service Bill) पास होने के बाद मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्रियों के साथ बैठक की। दिल्ली सचिवालय में हुई इस बैठक में सेवा विधेयक पास होने के बाद बदली परिस्थितियों में दिल्ली सरकार की भविष्य की कार्यप्रणाली पर विस्तार से चर्चा हुई।
सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मंत्रियों के साथ यह विधेयक पास होने के बाद सरकार की कार्यप्रणाली में होने वाले संभावित बदलावों पर पूरा फोकस रखा। इस दौरान सीएम ने मंत्रियों को बताया कि अब आगे कैसे काम करना है। वहीं, मंत्रियों ने भी अपने सुझाव व अनुभव सीएम के समक्ष रखे।
जानिए किस विषय पर दिया गया जोर?
सूत्रों की मानें तो लगभग 40 मिनट तक चली इस बैठक में मंत्रियों एवं अधिकारियों के बीच समन्वय बनाकर काम करने पर सहमति बनी और इस बात पर विशेषरूप से जोर दिया गया कि मंत्रियों तथा अधिकारियों के बीच कोई अनावश्यक विवाद पैदा ना हो। सभी अधिकारी तय नियमों के तहत आराम से मंत्रियों के साथ समन्वय से काम करें।
फाइल को सीधा एलजी दफ्तर न भेजा जाए
किसी भी विषय पर जब तक बहुत जरूरी ना हो अधिकारियों के साथ ना उलझा जाए। सूत्रों ने यह भी बताया कि मंत्रियों ने अधिकारियों को लिखित रूप से बताया कि किसी भी निर्णय की फाइल को सीधे एलजी दफ्तर ना भेजा जाए बल्कि, संबंधित मंत्री के संज्ञान में लाकर उसे उचित रूट के माध्यम से एलजी के पास भेजा जाए।
बैठक में सोमवार को राज्यसभा में सेवा विधेयक पर चर्चा के दौरान क्या-क्या हुआ, इस मुददे पर भी सीएम ने अपने विचार प्रकट किए। विधेयक के विरोध में किस बिंदु पर कितने तर्क के साथ राय रखी गई, इस पर भी सीएम व सभी मंत्रियों ने चर्चा की।
साथ ही बैठक में 16-17 अगस्त को आयोजित होने वाले विधानसभा सत्र के बारे में भी विचार-विमर्श हुआ। आगामी सत्र में किन-किन मुद्दों को किस प्रकार उठाया जाएगा,इस पर चर्चा के बाद रणनीति बनाई गई। बैठक में मंत्री गोपाय राय अनुपस्थित रहे।
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