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    सेना में भर्ती होने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी, केजरीवाल ने किया शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल का उद्घाटन

    By Pradeep Kumar ChauhanEdited By:
    Updated: Sat, 27 Aug 2022 02:40 PM (IST)

    Delhi News दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में पहला शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल का शुभारंभ किया है। केजरीवाल ने कहा कि कोई भी गरीब बच्चा इन स्कूलों में एडमिशन लेकर पढ़ाई कर सकता है।

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    Delhi News: अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में पहला शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल का शुभारंभ किया।

    नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को नजफगढ़ में पहला शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल का उद्घाटन किया है। उन्होंने कहा कि यह दिल्ली का पहला सैनिक स्कूल है। अब दिल्ली के गरीब से गरीब परिवार के बच्चे भी सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा कर सकें। यह स्कूल स्टेट ऑफ ऑर्ट फैसिलिटी से युक्त है, जो बड़े-बड़े स्कूलों में भी नहीं होती। यहां बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ एनडीए आदि की चार साल तैयारी भी कराई जाएगी।

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    केजरीवाल ने बच्चों से कहा कि स्कूल का नाम शहीद भगत सिंह पर इसलिए रखा गया है, ताकि उनसे हर बच्चे को प्रेरणा मिले। आपकी पढ़ाई में गरीब से गरीब आदमी का योगदान है। इसलिए भारत मां के लिए सबकुछ न्यौछावर करने के लिए हमेशा तैयार रहना। इससे पहले अरविंद केजरीवाल को स्कूल के बच्चों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद नाम पट्टिका का अनावरण किया गया।

    सीएम अरविंद केजरीवाल सर्विस प्रिपरेटरी विंग में गए और वहां बच्चों से बात की और फिर गर्ल्स हॉस्टल को देखा। मुख्यमंत्री द्वारा खेत्रपाल ऑडिटोरियम में दीप प्रज्वलित करने के बाद छात्रों ने गणेश वंदना नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अकेडमिक ब्लॉक के सामने लॉन में पौधारोपण किया और कैडेट मेस का भी दौरा किया।

    मुख्यमंत्री ने कहा था कि अभी दिल्ली में ऐसा कोई सैनिक स्कूल नहीं था, जिसमें छात्रों को फोर्स के लिए प्रशिक्षित किया जा सके। हमने काफी समय पहले इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए स्कूल एक साल में बनकर तैयार हो गया।  समारोह के दौरान उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री और नजफगढ़ के विधायक व परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत और शिक्षा विभाग के सचिव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

    अमीर व गरीब को मिलेगी एक साथ शिक्षा

    मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यहां पर सारे ऑफिसर के गुण सिखाए जाएंगे, जो आर्मी में होती है।

    साइकोमेट्रिक टेस्ट, ग्रुप टास्क, मॉक इंटरव्यू करावाए जाएंगे और व्यक्तित्व विकास किया जाएगा। साथ ही वर्कशॉप कराई जाएंगी, जो बड़े-बड़े स्कूलों में नहीं होता है। एनडीए, नेवल अकेडमी, यूनिफार्म सर्विसेज के जितने इंट्रेंस एग्जाम है, उन सबके लिए बच्चों को तैयार किया जाएगा। 

     यहां पर फौज के रिटायर्ड अफिसर्स, विशेषज्ञ को बुलाएंगे और उनसे कोचिंग करवाएंगे। जो प्रशिक्षित प्रशिक्षक हैं, उनसे कोचिंग करवाई जाएगी।  दिल्ली के जो हमारे बच्चे फौज में जाना चाहते हैं और देश की सेवा करना चाहते हैं, देश के लिए मर-मिटना चाहते हैं, देश की सुरक्षा क्षेत्र में जाना चाहते हैं। उनके लिए कोई औपचारिक सिस्टम नहीं है, जो उनको फौज में भर्ती के लिए तैयार कर सके।

    स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने वालों को करें आत्मसात

    केजरीवाल ने कहा कि 23 साल की उम्र में जिन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया और देश सेवा के लिए अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया। ऐसे देशभक्तों से युवाओं को प्रेरणा लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज का युवा गर्लफ्रेंड पाने के लिए परेशान रहते हैं। इसलिए ऐसी आदत को छोड़कर महान पुरुषों के आदर्शो का आत्मसात करना चाहिए। आज के युवा को उनके जीवन से सीखने की जरूरत है।