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छठी के छात्र ने बनाई एंट्री -एक्जिट डिवाइस, जानिए कैसे करेगी काम और कोरोना काल में क्या हैं फायदे?

कई राज्य सरकारें सार्वजनिक स्थलों को धीरे-धीरे अब सीमित संख्या की अनुमति के साथ अनलॉक कर रही है। लेकिन इस अनलॉक की स्थिति में अचानक से इन जगहों पर भीड़ न बढ़े इसको रोकने के लिए हितेन गौतम ने एक ऐसा उपकरण (डिवाइस) तैयार किया है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 06:26 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 06:26 PM (IST)
छठी के छात्र ने बनाई एंट्री -एक्जिट डिवाइस, जानिए कैसे करेगी काम और कोरोना काल में क्या हैं फायदे?
सार्वजनिक स्थलों पर प्रवेश करने वाले या बाहर जाने वाले लोगों की संख्या की मिलेगी जानकारी।

नई दिल्ली, [रीतिका मिश्रा]। कई राज्य सरकारें सार्वजनिक स्थलों को धीरे-धीरे अब सीमित संख्या की अनुमति के साथ अनलॉक कर रही है। लेकिन इस अनलॉक की स्थिति में अचानक से इन जगहों पर भीड़ न बढ़े, इसको रोकने के लिए हितेन गौतम ने एक ऐसा उपकरण (डिवाइस) तैयार किया है, जो महामारी के इस दौर बेहद कारगर हो साबित हो सकता है।

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शालीमार बाग स्थित मॉडर्न पब्लिक स्कूल के छात्र हितेन के मुताबिक, उन्होंने एंट्री (प्रवेश)-एक्जिट(निकास) डिवाइस बनाई है। डिवाइस की मदद से सार्वजनिक स्थल पर लोगों की भीड़ को सीमित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस डिवाइस को शापिंग माल, पार्क, जिम, रेस्टोरेंट, सामूहिक कार्यक्रमों में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए डिवाइस को प्रवेश व निकासी द्वार पर लगाना होगा। फिर उस स्थल पर जितने भी लोग प्रवेश करेंगे या बाहर जाएंगे उनकी संख्या की जानकारी मिलेगी। हितेन के मुताबिक, उनके द्वारा बनाया गया यह उपकरण अधिकारियों के लिए किसी निर्धारित परिसर में लोगों की संख्या पर निगरानी रखने के लिए बेहद मददगार हो सकता है।

उपकरण में लोगों की संख्या को सेट करने की भी है सुविधा-

हितेन के मुताबिक उनके द्वारा बनाए गए उपकरण में कुल व्यक्तियों की संख्या सेट करने की भी सुविधा है। मसलन किसी सार्वजनिक स्थल पर 40 व्यक्तियों की अनुमित है तो उपकरण में कुल संख्या 40 सेट करनी होगी। इसके बाद अगर उस स्थल पर मौजूद लोगों की संख्या अगर सेट की गई संख्या तक पहुंच जाती है तो उपकरण के सर्किट बोर्ड पर लगी एलईडी लाइट लाल रंग से जल उठती है, और उपकरण में लिख कर आता है प्रवेश निषेध।

जब पहले से अंदर मौजूद कुछ व्यक्ति बाहर आ जाते हैं तो तभी उस स्थल पर नए लोगों को प्रवेश करने की अनुमति मिलती है। हितेन के मुताबिक फिलहाल यह उपकरण का मूलरूप है जिसे सिर्फ पांच लोगों के लिए कोड किया गया है। हालांकि, इसे बाद में आवश्यकतानुसार फिर से प्रोग्राम किया जा सकता है। उनके मुताबिक, उन्होंने ये उपकरण स्कूल के अटल टिंकरिंग लैब में मौजूद समान से बनाई है।डिवाइस में इंफ्रा रेड सेंसर्स लगे हुए हैं, जो परिसर में प्रवेेश कर रहे या बाहर जा रहे लोगों की संख्या का पता लगाने में मदद करेंगे।

वैज्ञानिक बनना चाहता है हितेन

- मुझे विज्ञान में गहरी रुचि है। मैं आगे चलकर वैज्ञानिक बनना चाहता हूं। मैं अपना ज्यादातर समय ऐसे उपकरणों के बारे में जानने में ही लगाता हूं जिससे समाज के लिए सहायक हो। मैं अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने अभिभावकों, शिक्षकों और दोस्तों को देना चाहता हूं। - हितेन गौतम, छात्र

स्कूल की प्रिंसिपल का बयान

- स्कूल हमेशा छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता रहा है। मुझे गर्व है कि हमारे ये प्रयास फलदायी साबित हो रहे हैं। हितेन ने पिछले साल भी शारीरिक दूरी को बनाए रखने के लिए एक उपकरण तैयार किया था। स्कूल की तरफ से हम प्रयास कर रहे हैं कि हितेन के दोनों उपकरणों को पेटेंट कराया जाए।

- अल्का कपूर, प्रधानाचार्या, मॉडर्न पब्लिक स्कूल, शालीमार बाग


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