Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Civil Service day 2020: घंटे के हिसाब से नहीं, सभी हर पल कीमती मानकर कर रहे हैं काम

    By Mangal YadavEdited By:
    Updated: Tue, 21 Apr 2020 11:51 AM (IST)

    Civil Service day 2020 21 अप्रैल यानी आज सिविल सर्विस दिवस है। इस अवसर पर अधिकारियों ने बताया कि जनसेवा के लिए वह किस तरह से काम कर रहे हैं।

    Civil Service day 2020: घंटे के हिसाब से नहीं, सभी हर पल कीमती मानकर कर रहे हैं काम

    नई दिल्ली। Civil Service day 2020: कोरोना से निपटना एक चुनौती भरा कार्य हैं जिससे केवल सावधानी और सतर्कता से निपटा जा सकता हैं। इसलिए जिला प्रशासन द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। साथ ही ऐसे भी प्रयोग किए जा रहे हैं जिससे लोग प्रशासन द्वारा जारी किए जा रहे आदेशों का पालन भी करें और उन्हें समस्याएं भी न हो। इसके लिए भारत की पहली कोरोना टेस्टिंग मोबाइल वेन शुरू की गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इससे न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई किट) की बचत होगी बल्कि यह उन हॉटस्पॉट निर्धारित किए इलाकों की संकरी गलियों में जा सकेगी, जहां पर अगर किसी को कोरोना के लक्षण हैं तो उनका नमूना ले सकें। पहले मेडिकल टीम जाकर इस कार्य को करती थी। जिसमें एक व्यक्ति का नमूना ही लिया जा सकता था। साथ ही उस मेडिकल स्टाफ को पीपीई किट भी पहननी पड़ती थी। लेकिन, इस मोबाइल टेस्टिंग वेन के जरिए मैडिकल स्टॉफ भी सुरक्षित रहेगा और संसाधन भी कम लगेंगे। इसके साथ ही ड्रोन से हॉटस्पॉट की निगरानी की जा रही हैं ताकि सभी लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन कर सके।

    वहीं क्वारंटाइन सेंटर में लोगों को मानसिक तनाव से बचाने के लिए कुछ खेल गतिविधियां भी शुरू की हैं। क्रिकेट और बैटमिंटन जैसे खेलों को क्वारंटाइन में रहने वाले लोग शारीरिक दूरी के नियम का पालन करके खेल सकते हैं। बतौर जिलाधिकारी जिले के लोगों की जान की हिफाजत करना प्राथमिक कार्य हैं। हम सभी के लिए 24 घंटे कार्य करने में जुटे हैं। प्रशासन में कार्य करने वाले हर व्यक्ति के लिए यह देश सेवा का मौका है, इसलिए हर व्यक्ति इसके लिए पूरी मेहनत से जुटा हैं। अब कार्य घंटों के हिसाब से नहीं बल्कि प्रत्येक क्षण को कीमती मानकर किया जा रहा है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही न केवल दिल्ली बल्कि समूचे भारत को कोरोना के संक्रमण से मुक्ति मिलेगी।

    -निधि श्रीवास्तव, जिलाधिकारी, मध्य जिला दिल्ली (निहाल सिंह से बातचीत पर आधारित)

    कोरोना से निपटने के लिए देश का हर नागरिक अपने-अपने स्तर पर जंग लड़ रहा है। लेकिन, इस जंग में सबसे बड़ी चुनौती पुलिस के सामने है। लॉकडाउन का पालन, कानून-व्यवस्था, जरूरतमंद लोगों को भोजन व राशन पहुंचाना, सैंपल लेने जाने वाले डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा आदि बड़ी चुनौती है। इसके साथ ही अपने स्टाफ व परिवार की सुरक्षा का ध्यान भी रखना है।

    कोरोना रूपी इस अदृश्य दुश्मन से पुलिस का एक-एक जवान लड़ रहा है। इस बीच संकट की इस घड़ी में भी हमें बहुत कुछ सीखने को भी मिला है। हम लोग परिवार से भी बहुत कम मिलते-जुलते हैं। इस वक्त हमारे पास लोगों की सेवा का सबसे अधिक अवसर है। हम कर भी रहे हैं। कंटेनमेंट जोन, क्वारेंटाइन सेंटरों, अस्पतालों व पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मियों की ड्यूटी आजकल सबसे कठिन व जोखिम भरी है। कोरोना संकट से निपटने के लिए हमने कुछ नए कदम भी उठाए हैं। हमने कोविड पेट्रोल बाइक्स चालू की हैं, सोशल मीडिया के माध्यम से हम लोगों को जागरूक कर हैं।

    इस संकट के दौर में पुलिस की टीमें जिला प्रशासन की टीमों के साथ बेहतर तालमेल करके चल रही हैं। विभिन्न विभागों के साथ इनफॉर्मेशन शेयरिंग सिस्टम बहुत अच्छा है। इसलिए कोरोना मरीज या संदिग्धों को ट्रेस करने में मिल जुलकर काम करना आसान हो जाता है। पुलिस फोर्स के लिए यह नई तरह की चुनौती है। आज हमारी पूरी टीम चौबीसों घंटे ड्यूटी के साथ ही जरूरतमंदों की सेवा कर रही है।

    -अतुल कुमार ठाकुर, पुलिस उपायुक्त, दक्षिणी दिल्ली (अरविंद कुमार द्विवेदी से बातचीत पर आधारित)