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    सैकड़ों लोगों से ठगी का मामलाः परनामी ग्रुप के खिलाफ सामने नहीं आए धनकुबेर

    By JP YadavEdited By:
    Updated: Sun, 01 Apr 2018 05:59 PM (IST)

    अब परनामी के कारोबार से जुड़े धनकुबेर एवं परनामी से लाभ उठाने वाले धनकुबेर पुलिस के रडार पर होंगे। ...और पढ़ें

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    सैकड़ों लोगों से ठगी का मामलाः परनामी ग्रुप के खिलाफ सामने नहीं आए धनकुबेर

    गुरुग्राम (आदित्य राज)। अधिक ब्याज देने के नाम पर सैकड़ों लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले परनामी ग्रुप के संचालक त्रिभुवन परनामी के खिलाफ शहर के धनकुबेर सामने नहीं आए। इनमें से अधिकांश वे लोग थे जिन्होंने अपने खून-पसीने की कमाई अधिक ब्याज पाने की लालच में परनामी के पास जमा करा दी थी।

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    दस दिन के दौरान लगभग 80 शिकायतें सामने आईं। रिमांड की समय सीमा समाप्त होने के बाद न्यू कालोनी थाना पुलिस ने शनिवार परनामी को अदालत में पेश कर दिया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिया गया।

    कुछ दिन पहले आदर्श नगर निवासी अमित शर्मा ने सेक्टर चार निवासी परनामी के शिकायत न्यू कालोनी थाने में दी थी। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। पहले उसे पूछताछ के लिए तीन दिन की रिमांड पर लिया गया था। रिमांड पर लेते ही शिकायत करने वालों की लाइन लग गई थी।

    इसे देखते हुए दो दिन के लिए और रिमांड पर लिया गया। इस दौरान शिकायतों की बाढ़ आ गई। पांच दिनों के दौरान 45 शिकायतें पहुंच गईं। इसके बाद फिर पांच दिन की रिमांड पर लिया गया। इस तरह उसे पूछताछ के लिए कुल 10 दिन की रिमांड पर लिया गया।

    इस दौरान लगभग 80 शिकायतें सामने आईं। सूत्रों के मुताबिक बदनामी के डर से धनकुबेर सामने नहीं आए जबकि बताया जाता है कि शहर के कई धनकुबेरों ने अधिक ब्याज के लालच में परनामी के पास पैसे जमा कराए। यही नहीं काफी धनकुबेरों ने परनामी का लाभ भी उठाया।

    इनमें से अधिकतर की पहचान पुलिस ने पूछताछ के दौरान कर ली है। यही नहीं जिन लोगों को परनामी ने अपनी कंपनियों में निदेशक बना रखा था, उन सभी की भी पहचान कर ली गई है। अब परनामी के कारोबार से जुड़े धनकुबेर एवं परनामी से लाभ उठाने वाले धनकुबेर पुलिस के रडार पर होंगे। सभी से पूछताछ की जाएगी।

    बताया जाता है कि इसे देखते हुए शहर के कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है। कुछ कारोबारी परनामी से लाभ उठाने वाले धनकुबेरों से जुड़े हुए हैं। उन्हें ¨चता है कि कहीं उनके भी नाम न सामने आए। काफी लोगों ने नगद राशि दे रखी थी। अब यदि वे सामने आते हैं कि फिर उन्हें यह भी जवाब देना होगा कि इतनी राशि कहां से लाई। इस जवाब से बचने के लिए काफी लोग सामने नहीं आएंगे। नोटबंदी व प्रॉपर्टी में मंदी से हिला साम्राज्य

    बताया जाता है कि त्रिभुवन परनामी के ऊपर लोगों का इतना विश्वास था कि लोग अपनी खून-पसीने की कमाई लाकर जमा करा देते थे। पैसों को आगे ब्याज पर दिया जाता था या प्रॉपर्टी व अन्य कारोबार में लगाया जाता था। प्रॉपर्टी के कारोबार में मंदी ने पहले परनामी को हिलाया। रही सही कसर नोटबंदी ने पूरी कर दी।

    पुलिस उपायुक्त (क्राइम) सुमित कुमार ने बताया कि पूछताछ के दौरान परनामी ने जिन लोगों के नाम लिए हैं, सभी से पूछताछ की जाएगी। उसकी कंपनियों के निदेशकों से पूछताछ की जाएगी। पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी।