Chandni Chowk Redevelopment: नए सिरे से बसेगा चांदनी चौक, व्यापारियों ने दिल्ली सरकार को सौंपा मसौदा
पुरानी दिल्ली के कारोबारी संगठनों ने चांदनी चौक के पुनर्विकास का मसौदा सरकार को सौंपा है जिसमें विरासत इमारतों को छोड़कर पूरे क्षेत्र को नए सिरे से बसाने का आग्रह किया गया है। व्यापारियों ने उद्योग मंत्री से मिलकर दुकानों के स्वामित्व पार्किंग और डिजिटल मैपिंग जैसे सुझाव दिए। उनका मानना है कि इससे व्यापार और पर्यटन दोनों को बढ़ावा मिलेगा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के आग्रह पर पुरानी दिल्ली के कारोबारी संगठनों ने चांदनी चौक के पुनर्विकास को लेकर विशेषज्ञों से मसौदा तैयार कराकर रज्य सरकार को सौंप दिया है।
मंगलवार को दिल्ली व्यापार महासंघ व दिल्ली हिंदुस्तान मर्केंटाइल एसोसिएशन का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल इस संबंध में उद्योग मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा से मिला तथा पुरानी दिल्ली के पुनर्विकास पर विस्तृत चर्चा भी की। जिसमें दुकानों के स्वामित्व, किरायेदारी और कटरा प्रणाली का समाधान, गलियों और सड़कों की श्रेणीकरण व्यवस्था, धरोहर स्मारकों की सुरक्षा व व्यापारिक गतिविधियों को व्यवस्थित ढंग से स्थानांतरित करने की योजना प्रमुख थी।
इसमें कई प्रमुख सुझाव दिए गए हैं, जिसमें चांदनी चौक के बाजारों की डिजिटल मैपिंग भी शामिल है।करीब छह माह पूर्व मुख्यमंत्री ने पुरानी दिल्ली के थोक बाजारों के कारोबारी प्रतिनिधिमंडल ने चांदनी चौक के पुनर्विकास को लेकर संक्षिप्त मसौदा सौंपने को कहा था, जिसमें इस ऐतिहासिक क्षेत्र की विशिष्टता को संरक्षित रखते हुए नए सिरे से बसाया जाए।
दिल्ली व्यापार महासंघ के अध्यक्ष देवराज बवेजा ने मनजिंदर सिंह सिरसा को बताया कि पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के सामने स्थित चार पुराने क्लबों में से तीन पहले ही सरकार के अधीन आ चुके हैं और चौथे क्लब को भी सरकार अपने अधीन लेने की प्रक्रिया में है। उसी परिसर में एक बड़ा पार्किंग स्थल भी है।
उन्होंने प्रस्ताव रखा कि इस पूरे क्षेत्र में एक भव्य बहुमंज़िला मार्केट परिसर विकसित किया जाए, जहां चांदनी चौक की सभी दुकानों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त, साफ-सुथरे और आकर्षक स्वरूप में स्थानांतरित किया जा सके। जिसमें पुरानी दिल्ली के विशेष स्वाद वाला फूड कोर्ट भी हो।
इसके बाद धरोहर स्मारकों को छोड़कर चांदनी चौक के सभी बाजारों को नए सिरे से बसाया जाए। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यह माडल न केवल व्यापार को सुचारू रूप से संचालित करने में सहायक होगा, बल्कि यहां के निवासियों को एक बेहतर और रहने योग्य वातावरण भी मिलेगा।
इससे दिल्ली के पर्यटन उद्योग को भी नई पहचान मिलेगी। क्योंकि विश्वभर से आने वाले पर्यटक चाेदनी चौक, लाल किला, जामा मस्जिद, सीसगंज गुरुद्वारा, गौरी शंकर मंदिर और फतेहपुरी मस्जिद जैसी ऐतिहासिक धरोहरों का बेहतर अनुभव कर सकेंगे।
मंत्री ने उनकी बातों को ध्यान से सुना तथा कहा कि वह इस मसौदे को मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। साथ ही इस दिशा में सरकार ठोस तरीके से आगे बढ़ने का प्रयास करेगी। प्रतिनिधिमंडल में देवराज बवेजा, मुकेश सचदेवा, सुशील गोयल, राजेन्द्र कपूर, चंद्रभूषण गुप्ता और श्रीभगवान बंसल शामिल रहे।
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