चैतन्यानंद सरस्वती के आवास और कार्यालय की पुलिस ने ली तलाशी, कई दस्तावेज जब्त; कर्मचारियों से की पूछताछ
दिल्ली पुलिस ने वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट में चैतन्यानंद सरस्वती के कार्यालय की तलाशी ली और छात्राओं के दाखिला दस्तावेज जब्त किए। चैतन्यानंद के 18 बैंक खाते और 28 एफडी फ्रीज किए गए जिनमें करीब आठ करोड़ रुपये जमा थे। पुलिस को संस्थान में चैतन्यानंद के दो पासपोर्ट भी मिले हैं। पुलिस ने हुलिया बदलने की आशंका के चलते आठ स्केच जारी किए हैं।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट आफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च संस्थान में शुक्रवार पुलिस ने चैतन्यानंद सरस्वती के कार्यालय और आवास की तलाशी ली। पुलिस ने वहां से चैतन्यानंद के खिलाफ शिकायत देने वाली छात्राओं के दाखिला संबंधी दस्तावेज सहित कई अन्य महत्वपूर्ण कागजात जब्त किए हैं।
इस दौरान पुलिस ने वहां तैनात कई कर्मचारियों से पूछताछ की। आशंका जताई जा रही है कि अभी भी कई कर्मचारी चैतन्यानंद की मदद कर रहे हैं। वहीं पुलिस ने चैतन्यानंद के 18 बैंक खाते और 28 एफडी फ्रीज करवाई हैं। इनमें करीब आठ करोड़ रुपये जमा थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को पुलिस टीम ने संस्थान में करीब डेढ़ घंटे तक कर्मचारियों से पूछताछ की व तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने वहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं। इसके अलावा पुलिस ने एसोसिएट डीन श्वेता सहित तीन महिला कर्मचारियों से पूछताछ की। श्वेता का नाम भी एफआइआर में दर्ज है। पुलिस टीम अब तीनों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए थाने बुलाने की तैयारी कर रही है।
डेबिट और क्रेडिट कार्ड ब्लॉक कराए
पुलिस ने चैतन्यानंद सरस्वती के 18 बैंक खातों और 28 एफडी में जाम किए गए आठ करोड़ रुपया फ्रीज करवाया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार यह पैसे चैतन्यानंद के ट्रस्ट से जुड़े हैं। उसके खिलाफ श्री शारदा पीठम, शृंगेरी की संपत्ति में धोखाधड़ी, जालसाजी और करोड़ों रुपये के गबन के गंभीर आरोप हैं। संस्थान ने भी उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने उसके सारे डेबिट और क्रेडिट कार्ड भी ब्लाक करा दिए हैं। जांच में पता चला है कि उसके यस बैंक के खाते से 50-55 लाख रुपये निकाले गए हैं।
चैतन्यानंद के दो पासपोर्ट मिले
पुलिस ने संस्थान में चैतन्यानंद के कार्यालय और आवास की जांच के दौरान के दो पासपोर्ट और पैन कार्ड बरामद किए हैं। आरोपित ने एक पासपोर्ट पार्थसारथी के नाम से और दूसरा चैतन्यानंद सरस्वती के नाम से बनवाया हुआ है। दोनों में पिता और जन्म स्थान के विवरण अलग हैं। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
हुलिया बदलने की आशंका, बनवाए गए आठ स्केच
पुलिस चैतन्यानंद सरस्वती के हुलिया बदलने की आशंका से भी इन्कार नहीं कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तारी से बचने के लिए अपना हुलिया बदलकर छिप सकता है। ऐसे में पुलिस ने अलग-अलग आठ स्केच तैयार करवाए हैं, जिन्हें बिहार, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, ओडिशा और राजस्थान पुलिस को भेजा गया है, जिससे अगर आरोपी अपना हुलिया बदलकर भी वहां पहुंचे तो पुलिस उसकी पहचान कर सके।
स्कॉलरशिप परीक्षा देने वाली छात्राओं पर होती थी नजर
पुलिस को अभी तक की जांच में पता चला है कि स्कालरशिप के लिए होने वाली परीक्षा में चैतन्यानंद के आदेश पर ज्यादा से ज्यादा ईडब्लूएस कोटे की छात्राओं को पास किया जाता था। छात्राओं को बताया जाता था कि उनकी स्कालरशिप के लिए चैतन्यानंद की बड़ी भूमिका रही है, जिससे छात्राएं उससे प्रभावित हों और आरोपित दाखिले के बाद उनका शोषण कर सके।
पुलिस बयान में एक छात्रा ने बताया कि वह स्कालरशिप नहीं ले पाई थी, लेकिन उसके दस्तावेज को देखकर स्कालरशिप दे दी गई। उसके बाद उस पर चैतन्यानंद की मांगों को पूरा करने के लिए दबाव डाला जाने लगा। उसने विरोध किया तो दाखिला रद कर उसके दस्तावेज वापस नहीं किए जाने की धमकी दी गई।
एआइसीटीई भी दे चुका था चेतावनी
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) की ओर से संस्थान के नाम में भारतीय शब्द के इस्तेमाल और इसके दुरुपयोग को लेकर चेतावनी दी गई थी। इसके बावजूद संस्थान ने भारतीय शब्द को नहीं हटाया। एआइसीटीई की ओर से जारी चेतावनी पत्र में इसे प्रतीक और नाम (अनुचित प्रयोग निवारण) अधिनियम के नियम तीन का उल्लंघन माना गया।
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