CAA Delhi Protest: हिंसा के कारण करावल नगर से नहीं आई बरात, बेटी का पिता लगाता रहा मदद की गुहार
दिल्ली में नागरिकता कानून को लेकर चल रही हिंसा का असर आम लोगों के जन जीवन पर बुरा असर पड़ रहा है। करावल नगर से एक बारास अपनी जगह पहुंच ही नहीं पाई।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। ढाई माह से दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हो रहे प्रदर्शन और हिंसा से आम आदमी की जिंदगी पर गहरा असर पड़ा है। इसकी बानगी दिखी मंगलवार को दक्षिणी दिल्ली के मदनपुर खादर में, जहां हिंसा के चलते बरात घर तक नहीं आ पाई। इस दौरान बेटी का पिता दर-दर पर लोगों से मदद की गुहार लगाता रहा, लेकिन कोई भी उस बेबस पिता की मदद नहीं कर पाया और गमगीन परिवार बरातियों के स्वागत के लिए लगाए गए टेंट को देखकर मन मसोस कर रह गया।
मदनपुर खादर में रहने वाली एक युवती का विवाह उसके परिजनों ने करावल नगर में रहने वाले युवक से तय किया था। बरात 25 फरवरी को आनी थी, लेकिन इससे पहले ही 23 फरवरी को ही दिल्ली के कई हिस्सों में हिंसा फैल गई। इस दौरान कई लोगों की मौत हुई और पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। इसके बाद पूरे इलाके में धारा-144 लगा दी गई। हिंसात्मक माहौल को देखते हुए लड़के के परिजनों ने शादी की तारीख को आगे बढ़ाने की बात कह दी। ऐसे में लड़की के घर में अचानक ही सन्नाटा पसर गया। घर पर सभी रिश्तेदार मौजूद हैं। ऐसी स्थिति में बेटी के पिता ने स्थानीय पार्षद से लेकर विधायक तक से मदद की गुहार लगाई, लेकिन तनाव भरे माहौल में कहीं से भी कोई मदद नहीं पहुंच पाई।
13 दिसंबर 2019 से शुरू हुए प्रदर्शनों के चलते लोगों को भारी परेशानी हो रही है। शाहीन बाग में कालिंदी कुंज मार्ग बंद है, जिससे पूरी दक्षिणी दिल्ली में लोग जाम से परेशान हैं। मरीजों को अस्पताल लाने-ले जाने में भी समस्या के चलते हृदयाघात से पीड़ित महिला को ऑटो से अस्पताल ले जाना पड़ा था।
दिल्ली बवाल में फंसी बरात, अमरोहा में करते रहे इंतजार
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध की आग में जल रहे दिल्ली की आंच में अमरोहा की एक बिटिया की शादी टल गई। बरात दिल्ली के मुस्तफाबाद से आनी थी, जो वहां चल रहे बवाल में फंस गई और स्वजन अमरोहा में इंतजार करते रहे। स्वजनों ने बताया कि मेहमानों को भोजन कराकर विदा कर दिया गया है। निकाह अब किसी और दिन कराया जाएगा। तहसील क्षेत्र के कस्बा ढवारसी निवासी शमीम अहमद की बेटी सबीना की शादी दिल्ली के मुस्तफाबाद निवासी अबरार हुसैन के बेटे गुलाब नबी से मंगलवार को होनी थी। बवाल के चलते बरात दिल्ली से नहीं निकल सकी।