Delhi: 55 लाख नहीं चुकाने पर कारोबारी का हुआ अपहरण; किराए की टैक्सी में बंधक बनाकर कश्मीर ले जाने की थी तैयारी
कश्मीरी गेट इलाके से जम्मू-कश्मीर के दो लोगों ने हस्तशिल्प कारोबारी का अपहरण कर लिया। आरोपितों ने पीड़ित को किराये की टैक्सी में बंधक बनाकर कश्मीर लेकर जा रहे थे। पंजाब पुलिस की मदद से पीड़ित सईद तारिक अहमद को आरोपितों के चंगुल से सकुशल छुड़ा लिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कश्मीरी गेट इलाके से जम्मू-कश्मीर के दो लोगों ने हस्तशिल्प कारोबारी का अपहरण कर लिया। आरोपितों ने पीड़ित को किराये की टैक्सी में बंधक बनाकर कश्मीर लेकर जा रहे थे। पीड़ित के साले की सूचना पर उत्तरी जिला पुलिस ने टैक्सी चालक के मोबाइल का लाइव लोकेशन लेकर आरोपिताें काे पंजाब के फगवाड़ा इलाके से दबोच लिया।
दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस की ली मदद
दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस की मदद से पीड़ित सईद तारिक अहमद को आरोपितों के चंगुल से सकुशल छुड़ा लिया है। आरोपित निसार अहमद,इम्तियाज अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों आरोपित जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले के पहरू नवगांव के रहने वाले हैं। जांच में पता चला कि है कि आरोपितों ने सईद को कारोबार के सिलसिले में 55 लाख रुपये दिए थे। जिसे वह लौटा नहीं रहे थे। ऐसे में आरोपिताें ने सईद का अपहरण कर उनके स्वजन से पैसे लेने की योजना बनाई।
मामले को लेकर डीसीपी ने क्या कहा?
डीसीपी सागर सिंह कसली के अनुसार, गत बृहस्पतिवार दोपहर सईद के पास उनके जानकार आहद का फोन आया, उसने उन्हें मिलने के लिए बुलाया उसके साथ निसार अहमद, इम्तियाज अहमद भी थे। सईद को लेकर तीनों आरोपित यमुना बाजार हनुमान मंदिर के पास एक टूर एंड ट्रेवल्स वाले के यहां गए। यहां पर इम्तियाज ने सईद का गला दबाकर सीट पर बैठने काे कहा, इसके बाद निसार ने टूर एंड ट्रेवल्स वाले को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच से होने का हवाला देकर जम्मू-कश्मीर के लिए एक टैक्सी बुक की। फिर दोनों ने सईद को टैक्सी में जबरन बैठा लिया। करनाल बाइपास पर आरोपितों ने दूसरी टैक्सी बुक की। इस दौरान पीड़ित ने अपनी पत्नी को घटना की जानकारी दी।
साले ने पुलिस की दी सूचना
सईद की पत्नी ने अपने भाई को घटना की जानकारी दी। फिर उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके जीजा का कश्मीरी गेट इलाके से अपहरण लिया गया है। इस सूचना पर कश्मीरी गेट थाना पुलिस ने सबसे पहले ट्रेवल्स वाले के यहां पहुंची। जहां पता चला कि दो लोग खुद को क्राइम ब्रांच का बताकर सईद को अपने साथ ले गए हैं। फिर पुलिस ने टैक्सी चालक का नंबर लिया। उससे बात करने के बाद करनाल बाइपास पर बुक की गई दूसरी टैक्सी के चालक का नंबर लिया।
पुलिस ने उसे भरोसे में लेकर उसके मोबाइल का लाइव और करंट लोकेशन लिया। इससे पता चला कि टैक्सी पंजाब के फगवाड़ा के पास हैं। फिर पुलिस ने पंजाब पुलिस से संपर्क किया। वहां के पुलिस उपाधीक्षक को टैक्सी का नंबर और लोकेशन साझा किया। इसके आधार पर पुलिस ने कार्रवाई कर आरोपितों को दबोच लिया।
13 साल से सईद दिल्ली में रह रहे काम
सईद तारिक अहमद मूलरूप से कश्मीर के पुलवामा जिले के रहने वाले हैं। वह परिवार के साथ दिल्ली के लाजपत नगर इलाके में किराये के मकान में रहते हैं। उनका हस्तशिल्प का कारोबार है। जम्मू-कश्मीर से शाल,कालीन,केसर आदि लाकर दिल्ली में बेचते हैं।