Drivers Strikes: बस चालकों की हड़ताल से यात्री परेशान, यूपी-उत्तराखंड और पंजाब जाने वालों की बढ़ी मुसीबत
हिट और रन कानून के खिलाफ चल रही चालकों की हड़ताल का असर दिल्ली के बस अड्डों पर दिखाई दिया। उत्तराखंड (यूके) उत्तर प्रदेश (यूपी) और पंजाब से आने व जाने वाले लोगों को खासा दिक्कत का सामना करना पड़ा। जिन लोगों को हड़ताल की जानकारी नहीं थी वह जब दिल्ली के विभिन्न बस अड्डों पर पहुंचे तो उन्हें या तो वापस लौटना पड़ा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। हिट और रन कानून के खिलाफ चल रही चालकों की हड़ताल का असर दिल्ली के बस अड्डों पर दिखाई दिया। उत्तराखंड (यूके), उत्तर प्रदेश (यूपी) और पंजाब से आने व जाने वाले लोगों को खासा दिक्कत का सामना करना पड़ा। जिन लोगों को हड़ताल की जानकारी नहीं थी वह जब दिल्ली के विभिन्न बस अड्डों पर पहुंचे तो उन्हें या तो वापस लौटना पड़ा या फिर बस जाने के लिए दो से तीन घंटे ता इंतजार करना पड़ा।
सर्वाधिक दिक्कत उत्तराखंड जाने वालों को हो रही थी क्योंकि न तो उत्तराखंड से बसे आ रही है और न ही वहां पर बसें जा पा रही है। कश्मीरी गेट बस अड्डे से प्रतिदिन 200 बसें चलती हैं लेकिन 20 के करीब ही बसे मंगलवार को चली। वहीं, उत्तरप्रदेश और पंजाब जाने वाली बसों के चालक काम पर लौटने लगे हैं।
इससे जाने व आने वाली बसों की संख्या में बढोत्तरी हो रही है। इसी प्रकार आनंद विहार बस अड्डे से यूपी के लिए चलने वाली 600 में से 100 ही बसें चली। कश्मीरी गेट अंतर्रराज्यीय बस अड्डे पर पर पंजाब रोडवेज से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार से ज्यादा बसें वैसे चलने लगी है लेकिन, अभी भी पूरी सेवा बहाल नहीं हो पाई है।
60 के करीब बसें प्रतिदिन चलती हैं। सोमवार को 20 के करीब बसें चली थी और मंगलवार को इसकी संख्या 40 तक हो गई है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश रोडवेज से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि 150 बसें प्रतिदिन उत्तर-प्रदेश के विभिन्न इलाकों के लिए चलती हैं, लेकिन हड़ताल के चलते 70 के करीब बसें ही चली। उन्होंने बताया कि संविदा पर कर्मी होने की वजह धीरे-धीरे लोग काम पर लौट रहे हैं।
कश्मीरी गेट के साथ ही आनंद विहार बस अड्डे पर ही यही स्थिति दिखाई दी। यहां पर उत्तराखंड के लिए जाने वाली बसों की ज्यादा दिक्कत दिखाई दी। मात्र यहां से उत्तराखंड राज्य सड़क परिवहन निगम की केवल तीन एसी बसें ही काठगोदाम के लिए इस बस अड्डे से रवाना हुईं।
लोग बसों के लिए भटकते हुए नजर आए। सरायकाले खां बस अड्डे पर राजस्थान के लिए जाने वाली बसों को लेकर भी लोगों को दिक्कत हुई। उत्तराखंड के जाने वाले कार्तिकेय ने बताया कि काफी देर कश्मीरी गेट बस अड्डे पर बस का इंतजार किया लेकिन बस नहीं मिली तो उन्होंने एक प्राइवेट टैक्सी मंगाई है, जिससे वह अब घर जा रहे हैं।
20-25 चलती थी सवारी, अब 50 सवारी
कश्मीरी गेट और आनंद विहार बस अड्डे पर बसों का परिचालन कम संख्या पर होने पर लोगों को दिक्कत हुई। वहीं, राज्यों के परिवहन निगम ने लोगों की सुविधा के लिए बसों को तब ही रवाना होने दिया जब बस में 50 के करीब सवारी आ गई। यूपी रोडवेज से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि पहले सामान्य तौर पर एक चक्कर में 20-25 सवारी होने के बाद हम बसों को रवाना कर देते थे लेकिन अब कम बसें चलने की वजह से हमने बस में 50 सवारी होने के बाद ही चलने देने का निर्णय लिया हुआ है।
ताकि जो लोग जाने वाले हैं उनको ज्यादा दिक्कत न हो। टैक्सियों को लिया लोगों ने सहारा हड़ताल की खबर से दिल्ली बस अड्डों पर ज्यादा भीड़ नजर नहीं आई लेकिन, अचानक यात्रा की योजना बनाने पर बस अड्डों पर पहुंचे लोगों को बसों का इंतजार करने के लिए परेशान होना पड़ा।
वहीं, बस फुल होने के बाद ही जाने से लोग बसों में बैठकर काफी देर तक इंतजार करते रहे। ऐसे में लोगों को अपनी दूरी तय करने में भी काफी समय लगा। कुछ लोगों ने प्राइवेट बसों का सहारा लिया तो कुछ लोग प्राइवेट टैक्सी और व्यावसायिक टैक्सियों के जरिये अपनी यात्रा को पूरा किया।
मैं अपनी बहन के घर दिल्ली आया था। अपने घर लौटने के लिए बस पकड़ने आनंद विहार बस अड्डे आए थे। तीन घंटे इंतजार करने के बाद यहां से बस नहीं मिली तो बहन के घर वापस जाना पड़ रहा है। -अंकुर, बिजनौर निवासी

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