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    जब एक ही परिवार के 11 लोगों ने की आत्महत्या, दिल्ली के बुराड़ी कांड से दहल गया था पूरा देश, जानिए खौफनाक कहानी

    By Jagran NewsEdited By: Pooja Tripathi
    Updated: Fri, 25 Aug 2023 06:43 PM (IST)

    Burari Death Case पांच साल पहले दिल्ली के बुराड़ी में 11 लोगों के परिवार ने 30 जून और 1 जुलाई की दरम्यानी रात में एक साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी जिसने पूरे देश को दहला दिया था। अब इस मामले पर OTT प्लेटफॉर्म Disney+Hotstar पर शुक्रवार को एक web Series आई है जिससे यह फिर चर्चा में है। पढ़िए क्या था वो मामला जिसने दुनियाभर में बनाईं सुर्खियां।

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    बुराड़ी में आत्महत्या करने वाले परिवार की फाइल फोटो।

    नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। एक साथ एक ही परिवार के सभी 11 लोगों की आत्महत्या ने साल 2018 में देश ही नहीं दुनियाभर के लोगों को दहला कर रख दिया था। बुराड़ी आत्महत्या कांड के नाम से लोगों के दिलों में बसे इस कांड ने दुनियाभर की मीडिया में अपनी जगह बनाई थी।

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    इस मामले की जांच तीन साल तक चली फिर इसमें पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी। अब यह मामला फिर एक बार चर्चा में आ गया है क्योंकि OTT प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर इसी केस पर एक वेब सीरीज आज रिलीज हुई है। ऐसे में आइए बताते हैं कि क्या था ये मामला....

    आज भी पहले है ये केस

    पुलिस ने तीन साल की कार्रवाई के बाद भले इस मामले की तफ्तीश बंद कर दी, लेकिन बुराड़ी के लोगों और खासतौर से जहां चुंडावत परिवार का घर है उसके आस-पड़ोस में लोगों के लिए यह केस आज भी एक पहेली है।

    दरअसल, दिल्ली पुलिस की जांच में खुलासे के बावजूद इतने सवाल हैं कि शायद ही कभी लोग बुराड़ी में 11 लोगों की मौत का सही राज सामने आ सके। यह तो तय है कि 11 लोगों ने सुसाइड ही किया था, लेकिन क्यों? इस सवाल पर से पर्दा शायद ही कभी उठे।

    ललित ने ठाना था अनुसंधान

    दरअसल, परिवार ने ललित की अगुवाई में अनुसंधान करने की ठानी थी, लेकिन हो गया हादसा। इसके लिए भाटिया परिवार ने आत्महत्या वाली रात यानी 30 जून से पहले करीब 6 दिन तक फांसी पर लटकने की प्रैक्टिस की थी। यह भी पता चला है कि प्रैक्टिस के दौरान सभी के हाथ खुले रहते थे। वहीं, हादसे यानी 30 जून, 2018 की रात को सिर्फ ललित और उसकी पत्नी टीना के हाथ खुले थे और बाकी सबके हांथ बंधे हुए थे।

    ललित की बीवी ने खरीदा था स्टूल

    दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज में भाटिया परिवार के सदस्य फांसी लगाने के लिए सामान लेकर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। जारी फुटेज में ललित की पत्नी टीना और श्वेता दुकान से स्टूल लेकर घर जाते हुए दिखाई दे रही हैं, जबकि इनके बच्चों के हाथों में बिजली के तार थे। जांच के दौरान इस बात की पुष्टि भी हुई है कि परिवार के सदस्यों ने स्टूल पर चढ़कर फांसी लगाई थी और सबके हाथ तारों से बंधे थे और बरगद की तरह लटके थे।

    बिजली के तार लेकर आए थे बच्चे

    एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया था कि ललित की पत्नी टीना और भूपेंद्र की पत्नी श्वेता दुकान से स्टूल खरीदकर आई थीं, यह सब सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ था। यह फुटेज घटना यानी 30 जून की रात करीब 10:04 बजे का है। फुटेज में घर के दोनों बच्चे बिजली के तार लेकर आते हुए दिखाई दे रहे हैं।

    सीसीटीवी फुटेज ने खोले थे कई राज

    क्राइम ब्रांच की टीम ने 29 जून की सुबह से देर रात तक ललित के घर के पड़ोस व आसपास में रहने वाली कई महिलाओं व पुरुषों से मरने वाले सभी 11 लोगों के स्वभाव के बारे में विस्तृत पूछताछ की थी। क्राइम ब्रांच की टीम 30 जून को जब बुराड़ी के संत नगर की गली नंबर दो में जाकर जांच की तो चार सीसीटीवी कैमरे लगे हुए पाए गए थे।

    एक कैमरा मंदिर के पास, एक ललित के मकान के सामने, एक उसकी दुकान के सामने व एक गली के अंतिम छोर पर मिला। चारों कैमरे की फुटेज की जांच करने पर क्राइम ब्रांच को सनसनीखेज जानकारी मिली थी।

    दुकान के कर्मचारी सुनील से पूछताछ करने पर उसने चार स्टूल खरीदने की पुष्टि कर दी थी। इससे साबित हो रहा है कि फंदे पर लटकने की योजना सभी ने सामूहिक रूप से पहले ही बना ली थी। आशंका है किसी स्टूल का एक व्यक्ति तो किसी का दो लोगों ने मिलकर इस्तेमाल किया हो।

    ललित खुद टेप लेकर आया था

    इसके अलावा, अन्य सीसीटीवी फुटेज में ललित पॉलिथीन में सामान लेकर आता हुआ दिख रहा है। पॉलिथीन में डॉक्टर टेप और काली वस्तु दिखाई दे रही है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि ललित या परिवार का कोई ओर सदस्य कभी खुद सामान लेने नहीं जाया करते थे, लेकिन वह विशेष रूप से टेप लेने के लिए दुकान में गए थे।

    पता भी चला था कि ललित ने पूरे परिवार के लिए बाहर से खाना ऑर्डर किया था, लेकिन खाना लेने के बाद ललित ने युवक को रुपये नहीं दिए। उसने युवक को रुपये लेने के लिए भूपेंद्र के पास भेज दिया था।

    पढ़ें क्या लिखा था डायरी के पन्नों में

    बेहद सुंदर व आकार में छोटी डायरी में परिवार की बेटी प्रियंका ने शुरुआत ही इस बात से की थी कि मैं जो बात आपको बताने जा रही हूं, उससे मैं आपकी नजरों से गिर सकती हूं। अगले पेज पर वह मॉडल टाउन में रहने वाले एक लड़के का नाम लिखते हुए उसे अपना दोस्त बताती है और यह भी लिखती है कि अब वह घर खाली करके जा चुका है। इसके बाद आगे के पेज पर प्रियंका जीवन के बारे में मामा ललित द्वारा दी गई नसीहतों का जिक्र करती है। यह भी भरोसा दिलाने की कोशिश करती है कि वह शादी के बाद अपने ससुराल में ठीक से रहेगी। वहां सबको खुश रखेगी और किसी को शिकायत का मौका नहीं देगी। इसके अलावा इस डायरी के आखिरी के कुछ पेज खाली मिले थे।

    पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट में कही ये बात

    बाहरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में चुंडावत परिवार के 11 सदस्यों की मौत को लेकर दाखिल दिल्ली पुलिस ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में कहा है कि इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी का पता नहीं चला है और मौतें एक पारिवारिक आत्महत्या समझौते का परिणाम हैं।

    बता दें कि दिल्ली पुलिस 11 लोगों की मौत मामले में हत्या का मामला दर्ज किया था, लेकिन तीन साल की जांच में निष्कर्ष निकाला कि यह एक आत्मघाती समझौते का मामला था।