Bulldozer Action: दिल्ली के जंगपुरा में जमकर गरजा बुलडोजर, मद्रासी कैंप में तोड़ी जा रही 300 से ज्यादा झुग्गियां
दिल्ली के जंगपुरा स्थित मद्रासी कैंप में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की जा रही है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) द्वारा निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास 300 से अधिक झुग्गियों को तोड़ा जा रहा है। विरोध को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात है। यह कार्रवाई 17 मई को जारी नोटिस के बाद की जा रही है।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। राजधानी दिल्ली में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ एक्शन तेज कर दिया गया है। ताजा मामले में जंगपुरा में मद्रासी कैंप पर रविवार को बुलडोजर चलाया जा रहा है। यहां 300 से ज्यादा झुग्गियां तोड़ी जा रही हैं।
निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास जंगपुरा के मद्रासी कैंप पर रविवार को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की।
17 मई को चस्पा किए थे नोटिस
जानकारी के मुताबिक, स्पेशल टास्क फोर्स की टीम चार बुलडोजर लेकर मौके पर अवैध अतिक्रमण हटा रही है। लोगों के विरोध से निपटने के लिए पुलिस और अर्द्धसैनिक बल लगाए गए हैं।
कार्रवाई के तहत लगभग 300 झुग्गियां हटाई जानी हैं, जिसे लेकर 17 मई को नोटिस चस्पा किए गए थे।
#WATCH | Demolition drive underway in Madrasi Camp in Delhi's Jangpura to remove illegal encroachment
Anil Banka, District Magistrate South-East, says, "This action is being taken on the court's order... We have allotted flats to all eligible people in Narela. 370 (slums) have… pic.twitter.com/7WhIDH5zQ0
— ANI (@ANI) June 1, 2025
राजीव कैंप में झुके मकान की दूसरी मंजिल तोड़ी
उधर, पूर्वी दिल्ली के झिलमिल वार्ड के कृष्णा मार्केट राजीव कैंप में झुके मकान की दूसरी मंजिल शनिवार को तोड़ दी गई। इसी तीसरी मंजिल बीते दिन ध्वस्त की गई थी। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि पहली मंजिल और भूतल अब मकान मालिक स्वयं तोड़ेगा।
अब इसे तोड़ने में किसी तरह का खतरा नहीं है, लेकिन इस मकान के झुकने की वजह से मकान मालिक और उसके आसपास के दो मकानों के लोग अभी अपने जानकारों के यहां रह रहे हैं।
राजीव कैंप में झुका मकान 15 गज में तीन मंजिल बना था। दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) की जमीन पर झुग्गी की जगह इसे अवैध रूप से बनाया गया था। इस क्षेत्र में कई अन्य मकान खतरनाक स्थिति में कई मंजिला बने हुए हैं। निगम अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मकानों पर डूसिब को कार्रवाई करनी चाहिए, क्योंकि यह उनकी जमीन है।
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