Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Delhi Building Collapse: दिल्ली के रोहिणी में मरम्मत के दौरान गिरी दो मंजिला इमारत, चार श्रमिक घायल

    Updated: Thu, 05 Jun 2025 09:07 AM (IST)

    दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-7 में एक पुरानी दो मंजिला इमारत मरम्मत के दौरान ढह गई। पहली मंजिल पर काम कर रहे कुछ श्रमिक मामूली रूप से घायल हुए। गनीमत रही कि कोई गंभीर रूप से हताहत नहीं हुआ। पुलिस और दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने का काम किया। इमारत की जर्जर हालत और अवैध निर्माण के कारण हादसा हुआ जिसकी जांच जारी है।

    Hero Image
    Rohini building collapse: हादसे के समय पहली मंजिल पर श्रमिक कर रहे थे काम। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। रोहिणी सेक्टर-7 स्थित डी-12 साईं बाबा मार्केट में बुधवार की शाम एक पुरानी दो मंजिला इमारत में मरम्मत का काम चल रहा था, तभी अचानक से पहली और दूसरी मंजिल भरभरा कर गिर गई। पहली मंजिल पर काम कर रहे चार से पांच की संख्या में श्रमिक मलबे के अंंदर से खुद ही बाहर निकल गए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गनीमत रही कि जिस समय इमारत गिरी, नीचे सड़क पर कोई मौजूद नहीं था। नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। इस हादसे में श्रमिकों को मामूली चोटे लगी हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तुरंत घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां घायलों का इलाज जारी है।

    रोहिणी जिला के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलते ही दमकल विभाग, डीडीएमए, एनडीआरएफ, एमसीडी व अन्य बचाव दल मौके पर पहुंच गए। मौके से मलबा हटाने का काम देर रात तक जारी रहा।

    दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि शाम करीब 4:02 बजे उनकी टीम को सूचना मिली रोहिणी सेक्टर-7 स्थित डी-12 की मार्केट में एक व्यवसायिक इमारत गिर गई है। सूचना मिलते ही फौरन मौके पर दमकल की पांच गाड़ियों को भेजा गया। टीम मौके पर पहुंची तो वहां लोगों की भारी भीड़ जुटी थी।

    अंदर इमारत में काम कर रहे श्रमिक भी बाहर निकल चुके थे। इमारत का मलबा पूरी तरह सड़क पर गिरा हुआ था, जिससे सड़क बाधित हो रही थी। बाद में दिल्ली नगर निगम के अर्थमूवर मशीन और ट्रक की मदद से सड़क के मलबे को हटाने का काम शुरू हुआ।

    45 वर्ष पुरानी थी इमारत

    स्थानीय लोगों ने बताया कि 48 मीटर की इस इमारत के भूतल और पहली मंजिल को 1981-84 के बीच दो लोगों को आवंटित की थी। फिर बाद में अवैध तरीके से दूसरी मंजिल भी बना दी गई। लेकिन उस समय डीडीए के अधिकारियों ने इसपर कोई कार्रवाई नहीं की।

    करीब 15 वर्ष से इस पूरी इमारत का इस्तेमाल व्यवसायिक रूप में किया जा रहा था। छह महीने पहले ही एक बिल्डर ने इस इमारत कोे खरीद कर मरम्मत का काम करा रहा था। इस इमारत के भूतल पर चा दुकानें हैं, जो पूरी तरह से सुरक्षित है।

    इमारत की दीवारें हटाने से हुआ हादसा

    शुरुआती जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि पहली मंजिल पर शोरूम बनाने के लिए इमारत की दीवारें हटाई जा रही थी। इसी दौरान यह हादसा हुआ। क्राइम टीम के अलावा एफएसएल की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं।

    रोहणी उत्तरी थाना पुलिस श्रमिकों के अलावा आसपास मौजूद लोगों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है। इमारत के मालिक व ठेकेदार की तलाश की जा रही है।

    शाम के समय होता हादसा तो जा सकती थी कई लोगों की जानें

    इस इमारत के आसपास शाम होते ही लोगों की भीड़ लग जाती है। क्योंकि आसपास फास्ट फूड बेचने वाले आते हैं, जहां रोजाना काफी संख्या में लोगों का आना-जाना लगा रहता है। गनीमत रही कि हादसा शाम 4 बजे के करीब हुई, अगर शाम 6 बजे के बाद ऐसा होता तो, मलबे की चपेट में कई लोग आते ।

    सूचना मिलते ही सभी अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। पहले मलबा हटाने का काम शुरू हुआ। पुलिस से जानकारी मिली कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। इस इमारत के गिरने का क्या कारण रहा है, इसकी जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की इमारत का रोहिणी जोन में सर्वेक्षण का काम चल रहा है। मानसून से पहले ऐसे मकानों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। प्रेम मंडल, उपायुक्त, रोहिणी नगर निगम जोन

    comedy show banner
    comedy show banner