Bois Locker Room Case: आखिर क्या है बॉयज लॉकर रूम ग्रुप बनाने असल मकसद, इस पर से पर्दा उठना बाकी
Bois Locker Room Case माना जा रहा है कि इंस्टाग्राम से रिपोर्ट आने के बाद सच्चाई का पता लग सकेगा। तभी पुलिस की जांच भी आगे बढ़ पाएगी। ...और पढ़ें

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Bois Locker Room Case: इंस्टाग्राम पर ब्वॉयज लॉकर रूम नाम से एकाउंट बनाकर अश्लील चैटिंग करने व लड़कियों की अश्लील फोटो डालने के मामले में धरे गए दो छात्रों व 13 अन्य छात्रों ने पूछताछ में दावा किया है कि यह ग्रुप अप्रैल में बनाया गया था। कुछ छात्रों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है तो कुछ ने जबरन उन्हें ग्रुप में शामिल करने व किसी भी तरह की अश्लील चैटिंग करने व फोटो डालने से साफ इनकार किया है। उनके बयान की सत्यता की जांच के लिए साइबर सेल ने इंस्टाग्राम से ग्रुप के बारे में जल्द से जल्द विस्तृत जानकारी मुहैया कराने का अनुरोध किया है। माना जा रहा है कि इंस्टाग्राम से रिपोर्ट आने के बाद सच्चाई का पता लग सकेगा। तभी पुलिस की जांच भी आगे बढ़ पाएगी। बुधवार को इंस्टाग्राम से रिपोर्ट आने की बात कही गई थी लेकिन अबतक रिपोर्ट नहीं आई है। वहीं, यह भी पता चला है कि जिसने इस ग्रुप को बनाया वह विकृत मानसिकता का शिकार लगता है।
ब्वॉयज लॉकर रूम को लेकर दो और शिकायतें मिलीं
ब्वॉयज लॉकर रूम मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब एक नामी स्कूल प्रबंधन के साथ ही एक छात्रा के परिजन की तरफ से पुलिस को शिकायत सौंपी गई है। इसमें आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। दक्षिण दिल्ली के एक नामी स्कूल के प्रबंधन ने साकेत थाने में शिकायत सौंपी है। इसमें छात्रों की हरकत को शर्मनाक बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की गई है। इसके साथ ही प्रबंधन ने छात्रों के अभिभावकों को भी ईमेल व मैसेज भेजा है। इसमें पूछा है कि क्यों न उनके बच्चों के स्कूल से नाम काट दिए जाएं। इस शिकायत पर अभी दूसरी एफआइआर दर्ज नहीं की गई है। हो सकता है कि उक्त शिकायत को मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस के साइबर सेल को ही ट्रांसफर कर दिया जाए। दरअसल, पुलिस पहले ही इस मामले में केस दर्ज कर चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक दूसरी शिकायत एक लड़की के परिजन ने दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी से की है। उनकी दसवीं में पढ़ने वाली छात्रा की फोटो आरोपित छात्रों ने इंस्टाग्राम पर बनाए गए ग्रुप में डालकर अश्लील टिप्पणी की थी। उक्त शिकायत को भी साइबर सेल को भेज दिया गया है।
वहीं, पकड़े गए किशोर साइबर सेल ने छोड़े ग्रुप में शामिल सभी 27 छात्रों की पहचान कर ली गई है। इनमें ग्रुप एडमिन नोएडा के एक नामी स्कूल का 19 वर्षीय छात्र भी पकड़ा गया था। उसकी ऑनलाइन परीक्षा चल रही थी, कोरोना के कारण उसके कुछ पेपर नहीं हो सके थे। इससे पहले सोमवार को साइबर सेल ने दक्षिण दिल्ली निवासी दसवीं के छात्र को पकड़ा था। इसके अलावा 13 अन्य छात्रों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। इसमें जो किशोर छात्र हैं उन्हें जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (जेजे बोर्ड) के समक्ष पेश किया जाना था, लेकिन लॉकडाउन के चलते बोर्ड इन दिनों बंद है। ऐसे में सभी किशोर रिहा कर दिए गए। जेजे बोर्ड खुलने के बाद उन्हें बाल सुधार गृह भेजने पर निर्णय लिया जाएगा।
सोशल मीडिया पर लड़कियों ने उठाई कार्रवाई की मांग ब्वॉयज लॉकर रूम के बाद सोशल मीडिया पर कई लड़कियों के ग्रुप भी सामने आए हैं। इसमें लड़कियां आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही हैं। इसके साथ ही लड़कियों की इज्जत करने की सलाह भी दे रही हैं। लड़कियों ने ये ग्रुप गर्ल्स लॉक रूम जैसे नामों से बनाए हैं।

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