दिल्ली में सरकार बदलते ही सांस्कृतिक धरोहरों का होगा संरक्षण, महाभारत कॉरिडोर का होगा निर्माण; कई राज्य जुड़ेंगे
भाजपा ने दिल्ली के लिए अपने संकल्प पत्र में सांस्कृतिक पुनर्जागरण पर विशेष ध्यान दिया है। इसमें दिल्ली-एनसीआर के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण व पुनर्विकास की बात कही गई है। महाभारत कॉरिडोर भगत सिंह गैलरी राष्ट्रीय पारंपरिक कला गैलरी और चांदनी चौक के पुनर्विकास जैसे प्रोजेक्ट्स पर काम किया जाएगा। ऐतिहासिक विरासतों के प्रचार-प्रसार के लिए वैश्विक डिजिटल अभियान भी शुरू किया जाएगा।

नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। केंद्र के बाद अब दिल्ली की सत्ता में आने के बाद डबल इंजन की सरकार में दिल्ली-एनसीआर के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक धरोहरों के पुनर्जागरण का भी मार्ग प्रशस्त होगा, उसके संरक्षण व पुनर्विकास को गति मिलेगी। विशेष बात कि इसमें दिल्ली के साथ एनसीआर के राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा के साथ ही पंजाब को भी जोड़ा जाएगा।
महाभारत की जड़ों को एक सूत्र में पिरोते हुए भव्य महाभारत कॉरिडोर का निर्माण होगा। बलिदानी भगत सिंह को समर्पित गैलरी बनेगी। ऐसे अनेकों काम होंगे, जिनपर न कभी ध्यान दिया गया, न इस दिशा में कोई विशेष प्रयास हुए। चुनाव के दौरान भाजपा ने इस नब्ज को भी छुआ और संकल्प पत्र में सांस्कृतिक पुनर्जागरण को भी पर्याप्त जगह दी है। यहीं नहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने विजयी संबोधन पर इसका विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि यह धरोहरों की ओर लौटने और गर्व का वक्त है।
दिल्ली के प्रतिष्ठित स्थलों का होगा संरक्षण
संकल्प पत्र में कहा गया है कि विरासत स्थलों और स्मारकों का रखरखाव ठीक ढंग से नहीं किया गया है। पर्यटन जर्जर हालत में है और प्रचार-प्रसार के कोई प्रयास नहीं किए गए। भाजपा पर्यटन की आधारभूत संरचना को उन्नत करके, इसके प्रतिष्ठित स्थलों को संरक्षित करेगी और घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अभियान चलाकर दिल्ली की पर्यटन क्षमता को बढ़ाएगी।
महाभारत कॉरिडोर विकसित की जाएगी
आगे कहा गया है कि विरासत और संस्कृति को बढ़ावा देने के क्रम में महाभारत के प्रसिद्ध पौराणिक महाकाव्य को बढ़ावा देने और प्रचारित करने के लिए भव्य महाभारत कॉरिडोर विकसित की जाएगी। इसके लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकारों के साथ साझेदारी होगी, क्योंकि इसकी जड़ें दोनों राज्यों में भी है।
भगत सिंह की गैलरी स्थापित की जाएगी
इसी तरह, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगत सिंह और उनके योगदान को समर्पित एक गैलरी स्थापित किया जाएगा। जिससे राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में उनकी विरासत को सम्मानित किया जा सके। साथ ही एनजीएमए की तर्ज पर देशभर के पारंपरिक कला रूपों को प्रदर्शित करने के लिए एक राष्ट्रीय पारंपरिक कला गैलरी भी स्थापित की जाएगी।
पुनर्विकास की रुकी परियोजनाएं होंगी शुरू
इसी तरह, ऐतिहासिक पुरानी दिल्ली के पुनर्विकास की रुकी परियोजना आरम्भ होगी। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में विशेषकर चांदनी चौक के लिए 100 करोड़ रुपये के आवंटन का वादा किया है। इसी तरह, दिल्ली के सांस्कृतिक ऐतिहासिक विरासतों के प्रचार प्रसार के लिए वैश्विक डिजिटल अभियान शुरू किया जाएगा। जिसके तहत इंस्टाग्राम, यूट्यूब और फेसबुक जैसे प्लेटफार्म्स पर जोर दिया जाएगा, जिसके माध्यम से दिल्ली की संस्कृति, त्योहारों और पर्यटन को प्रदर्शित किया जाएगा।
संकल्पों को धरातल पर उतारने का वक्त: प्रवीण खंडेलवाल
चांदनी चौक के सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि संकल्पों को अब धरातल पर उतारने का वक्त है। उसपर संकल्पबद्धता से दिल्ली की सरकार आगे बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली वाले उत्सव प्रेमी है, ऐसे में पूरे देश के संगीत, नृत्य, भोजन और हस्तशिल्प को मिलाकर एक महीने तक चलने वाला ''वार्षिक दिल्ली शीतकालीन महोत्सव'' का आयोजन किया जाएगा।
मजनू का टीला, हौज खास जैसे प्रमुख स्थानों पर सुरक्षित रात्रि बाजार और फूड स्ट्रीट का निर्माण होगा। इतिहासकार प्रो. कपिल कुमार कहते हैं कि दिल्ली व एनसीआर में ऐसे बहुत से स्थल है, जिसके ऐतिहासिक महत्व है। दिल्ली में प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन को लेकर भी काफी कुछ है, जिसपर काम किया जाना चाहिए।
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