DUSU Election: ट्रिपल इंजन सरकार के बाद अब डूसू जीत की चुनौती, ABVP के पक्ष में व्यूह रचने में जुटी हुई है BJP
DUSU Election 2025 दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में भाजपा एबीवीपी को जिताने के लिए सक्रिय है। पार्टी कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने और छात्रों तक पहुंचने के लिए रणनीति बना रही है। भाजपा डूसू चुनाव जीतकर युवाओं का समर्थन जताना चाहती है। योगेंद्र चांदोलिया के नेतृत्व में टीम छात्रों से संपर्क कर रही है।

संतोष कुमार सिंह, नई दिल्ली। राजनीतिक दलों के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव का विशेष महत्व है। केंद्र में सरकार होने के साथ ही दिल्ली और नगर निगम की सत्ता भी भाजपा के पास है। इस तरह से ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने वाली भाजपा के सामने अब डूसू चुनाव में केसरिया फहराने की चुनौती है।
इस चुनाव को गंभीरता से लेते हुए भाजपा नेता अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के प्रत्याशियों की चुनावी राह आसान करने में लग गए हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता डूसू की अध्यक्ष रह चुकी हैं। इससे एबीवीपी कार्यकर्ताओं में उत्साह है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में पूरे देश के छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं, इसलिए डूसू चुनाव का अपना महत्व है। बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक है। दिल्ली विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में बिहार के छात्र पढ़ते हैं। भाजपा इस चुनाव को जीतकर यह संदेश देना चाहती है कि युवा नरेन्द्र मोदी सरकार की नीतियों के समर्थन में है। इससे कार्यकर्ताओं में भी उत्साह का संचार होगा।
पिछली बार सात वर्षों के बाद एनएसयूआइ ने एबीवीपी को अध्यक्ष की कुर्सी छीन ली थी। संयुक्त सचिव पद भी एनएसयूआइ को मिला था। एबीवीपी को उपाध्यक्ष व सचिव पद पर जीत मिली थी। इस बार पार्टी का प्रयास अध्यक्ष सहित अन्य सभी पदों पर जीत प्राप्त करने की है।
एबीवीपी प्रत्याशियों को सहयोग देने के लिए भाजपा ने अनुभवी नेताओं की टीम तैयार की है। सांसद व दिल्ली भाजपा के महामंत्री योगेंद्र चांदोलिया इस टीम के प्रमुख बनाए गए हैं। उनकी देखरेख में प्रत्येक संगठनात्मक जिले में दो-दो कार्यकर्ताओं की टीम बनाई गई है, जिसमें डूसू राजनीति से जुड़े रहे नेता शामिल हैं। उनके साथ वहां के स्थानीय कार्यकर्ता भी काम कर रहे हैं।
प्रत्येक मंडल में रहने वाले डीयू छात्रों की सूची तैयार कर उनसे संपर्क किया जा रहा है। प्रत्याशियों की घोषणा से पहले, उसके बाद और मतदान के पूर्व तीन चरण में जनसंपर्क करने की रणनीति है। पहले चरण के बाद अब दूसरे चरण का जनसंपर्क अभियान शुरू किया गया है, जिसमें छात्रों को प्रत्याशियों के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। तीसरे चरण में छात्रों का मतदान सुनिश्चित करने के लिए काम होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।