AAP का NGO से क्या संबंध, जो अफजल गुरु की फांसी का करता है विरोध? स्कूलों को बम की धमकी मामले में BJP का आरोप
दिल्ली के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी के मामले में भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गिरफ्तार छात्र के एनजीओ से जुड़े होने का खुलासा हुआ है जो अफजल गुरु की फांसी का विरोध करता रहा है। भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने आप पर देश-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है। क्या है पूरा मामला जानिए इस रिपोर्ट में।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के 400 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के मामले में भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया कि स्कूलों को धमकी देने वाले आरोपी 12वीं के छात्र की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ है कि वह एक एनजीओ से जुड़ा है, जो अफजल गुरु की फांसी का विरोध करता रहा है। साथ ही यह एनजीओ एक राजनीतिक पार्टी को समर्थन करता है। हालांकि पुलिस ने राजनीतिक दल का नाम लिए बिना खुलासा किया।
पुलिस के इस खुलासे के बाद भाजपा आप (AAP) पर हमलावर हो गई। भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि गिरफ्तार छात्र और उसके माता-पिता अफजल गुरु की फांसी के विरोध में शामिल रहे हैं। वो ऐसी तमाम गतिविधियों में शामिल रहे हैं, जो कानून के अनुसार देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक हैं।
BJP National Spokesperson Dr. @SudhanshuTrived & Delhi BJP State President Shri @Virend_Sachdeva jointly address a press conference at party headquarters in New Delhi. https://t.co/Foq5AyDIG5
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) January 14, 2025
AAP रही है देश-विरोध गतिविधि में शामिल- सुधांशु
सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि दिल्ली का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी भी कई देश-विरोधी गतिविधियों और अफजल गुरु की फांसी के विरोध में शामिल रही है। फरवरी 2015 में 'टुकड़े-टुकड़े होंगे' का जो नारा लगा था, वो अफजल की बरसी वाले दिन लगा था।
सुधांशु ने कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के माता-पिता ने अफजल गुरु की फांसी की सजा की माफी का समर्थन किया था। त्रिवेदी पूछा कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को बताना चाहिए कि स्कूल वाले मामले में और देश-विरोधी गतिविधियों के मामले में आपका क्या संबंध है।
पुलिस ने मामले में क्या कहा?
पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान उन्हें यह भी पता चला कि एनजीओ ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का समर्थन किया था। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) मधुप तिवारी ने पुलिस मुख्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि हम ई-मेल ट्रैक कर रहे थे और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) की वजह से मुख्य स्रोत का पता लगाना मुश्किल था। हमें यह भी पता लगाना था कि क्या इसमें कोई आतंकी पहलू है।
उन्होंने कहा कि वीपीएन के इस्तेमाल की वजह से सेवा प्रदाता पुलिस की मदद नहीं कर पा रहे थे।
नाबालिग ने भेजे 400 ई-मेल
पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस की टीमों ने 8 जनवरी को हाल ही में मिले नाबालिग को ट्रैक किया। पुलिस ने फोरेंसिक जांच के लिए उसका लैपटॉप और मोबाइल कब्जे में लिया। पुलिस ने नाबालिग द्वारा भेजे गए 400 धमकी भरे ई-मेल को ट्रैक किया।
नाबालिग के पिता का निकाला रिकॉर्ड तो हुआ खुलासा
पुलिस ने नाबालिग के पिता का पिछला रिकॉर्ड भी चेक किया, जो एक एनजीओ के साथ काम कर रहे हैं। पता चला कि यह संगठन एक नागरिक समाज समूह का हिस्सा है, जो अफजल गुरु की फांसी के बारे में मुद्दे उठाता रहा है और एक राजनीतिक दल की भी मदद कर रहा है। राजनीतिक दल का नाम लिए बिना अधिकारी ने कहा कि टीमें मामले की आगे की जांच कर रही हैं।
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