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    दिल्ली के इन 40 गांवों का नाम बदलने की चर्चा तेज, भाजपा नेता आदेश गुप्ता ने कहीं ये बातें

    By Pradeep ChauhanEdited By:
    Updated: Sun, 24 Apr 2022 01:34 PM (IST)

    हिंसा करने वालों के पक्ष में खड़ी होने वाली पार्टियां राजस्थान में कांग्रेस की सरकार द्वारा 300 साल पुराने शिव मंदिर सहित दो अन्य मंदिरों को तोड़ने पर ...और पढ़ें

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    इससे इन पार्टियों की दोहरी मानसिकता का पता चलता है।

    नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आप सरकार एक वर्ग विशेष को खुश करने में लगी हुई है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलकर माधव पुरम रखने का प्रस्ताव पास कर दिल्ली सरकार को भेजा गया था। सरकार ने निगम के इस प्रस्ताव पर कोई कार्यवाही नहीं की। उन्होंने कहा कि पार्षद भगत सिंह टोकस ने गांव का नाम बदलने के लिए गांववासियों के हस्ताक्षर वाला पत्र निगम को दिया था।

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    निगम के टाउन प्लानिंग विभाग ने गांव का नाम बदलने का अनुरोध पत्र दिल्ली सरकार को नौ दिसंबर, 2021 को भेज दिया था। सरकार इस पर फैसला नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मोहम्मदपुर के साथ ही दिल्ली के ऐसे 40 गांव हैं जिनका नाम बदलने के लिए गांववासियों का शिष्टमंडल भाजपा नेतृत्व से मिला है।

    हुमायूंपुर, युसूफ सराय, मस्जिद मोठ, बेर सराय, मसूदपुर, जमरूदपुर, बेगमपुर, सदैला जाब, फतेहपुर बेरी, हौज खास, शेख सराय आदि अन्य गांवों का नाम बदला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहांगीरपुरी में अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलने से आप, कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों के नेता परेशान हैं। हिंसा करने वालों के पक्ष में खड़ी होने वाली पार्टियां राजस्थान में कांग्रेस की सरकार द्वारा 300 साल पुराने शिव मंदिर सहित दो अन्य मंदिरों को तोड़ने पर चुप हैं। इससे इन पार्टियों की दोहरी मानसिकता का पता चलता है।

    उन्होंने कहा कि आप का असली चेहरा पंजाब में सामने आने लगा है। वहां की आप सरकार ने कर्ज चुकाने में असमर्थ 2000 से अधिक किसानों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश जारी कर दिया है। ऐसे सभी मामलों के लिए दिल्ली में एक राज्य नामकरण प्राधिकरण है।

    यदि ऐसा कोई प्रस्ताव प्राप्त हुआ है तो संबंधित निकाय उचित प्रक्रिया के तहत इसकी उचित समीक्षा करेगा और उस पर कार्रवाई की जाएगी। ऐसा लगता है कि भाजपा नहीं चाहती कि सरकार तय प्रक्रिया के अनुसार चले। ऐसा लगता है कि भाजपा सिर्फ अपनी मनमर्जी करने के मौके तलाश रही है।