डॉ. हेडगेवार को भारत रत्न दिए जाने की उठी मांग, RSS के संस्थापक को बताया राष्ट्रवाद के प्रथम प्रवर्तक
भारतीय बौद्ध संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते संघप्रिय राहुल ने आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को भारत रत्न देने की मांग की है। उन्होंने डॉ. हेडगेवार को राष्ट्रवाद का प्रथम प्रवर्तक बताते हुए कहा कि उनकी दूरदर्शी सोच ने देश को मजबूत किया। उन्होंने हिंदू हिंदी और हिंदुस्तान को मजबूत करने के लिए संघर्ष किया। उनके राष्ट्रवादी विचारों के कारण आज भारत दुनिया में शक्तिशाली देश है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। भारतीय बौद्ध संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते संघप्रिय राहुल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक और प्रथम सर संघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को भारत रत्न दिए जाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि डॉ. हेडगेवार राष्ट्रवाद के प्रथम प्रवर्तक थे, वह भारत को एक राष्ट्रवादी राष्ट्र के रूप में उभारना चाहते थे और उनकी कल्पना भारत को विश्व गुरु बनाने की थी। जिसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूरा करने में जुटा है।
डॉ. हेडगेवार की भारत के प्रति दूरदर्शी और प्रखर सोच ने देश को मजबूत किया है और राष्ट्र के लिए समर्पित भाव और देश के लिए कुछ कर गुजरने की एक सोच को जन्म दिया। हिंदू, हिंदी और हिंदुस्तान को प्रगाढ़ और मजबूत बनाने में डा. हेडगेवार जीवन भर संघर्ष करते रहे और उनके संघर्ष का नतीजा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक विशालकाय वृक्ष बन चुका है सिर्फ देश में ही नहीं विदेश में भी संघ का विस्तार हो चुका है।
डॉ. हेडगेवार ने देशवासियों को राष्ट्रवादी विचार दिया, जिसके कारण आज भारत दुनिया में एक शक्तिशाली देश के रूप में उभरा है। ऐसे उन्हें हर हाल में मरणोपरांत भारत रत्न से प्रदान किया जाना चाहिए।
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