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    BBC Documentary Controversy: डीयू की समिति ने कुलपति को सौंपी पहली रिपोर्ट, अब आगे की जांच करेगी समिति

    By Rahul ChauhanEdited By: Abhishek Tiwari
    Updated: Tue, 31 Jan 2023 10:47 AM (IST)

    BBC Documentary Controversy विवादित डाक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के प्रयास में शामिल छात्रों व उनके माता-पिता से बात करने का सुझाव दिया। 27 जनवरी को छात्रों द्वारा डाक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के प्रयास के दौरान हंगामा हुआ था। जांच के लिए डीयू कुलपति ने समिति गठित की थी।

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    BBC Documentary Controversy: डीयू की समिति ने कुलपति को सौंपी पहली रिपोर्ट

    नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कला संकाय के बाहर 27 जनवरी की शाम को हुए हंगामे की जांच के लिए गठित सात सदस्यीय समिति ने सोमवार शाम को कुलपति प्रो. योगेश सिंह को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट में समिति ने छात्रों से पूछताछ करने, उनके माता-पिता से बात करने और सुरक्षा खामियों की जांच करने की सिफारिश की है।

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    प्राक्टर रजनी अब्बी की अध्यक्षता में गठित समिति ने रिपोर्ट में कहा है कि वे परिसर में सुरक्षा को मजबूत करने के तरीकों की आगे की भी जांच करके सुझाव देंगी। कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने बताया कि समिति ने उन्हें अपनी पहली रिपोर्ट सौंपी है और मामले की आगे की जांच शुरू कर दी है।

    छात्रों से पूछताछ करेगी समिति

    समिति अब छात्रों से पूछताछ करेगी और उनके माता-पिता से भी मुलाकात करेगी। साथ ही परिसर में सुरक्षा को मजबूत करने के उपाय भी सुझाएगी। छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने को लेकर कुलपति ने कहा कि हम उन्हें अपनी कार्रवाई को सही ठहराने के लिए समय देंगे। समिति की अगली रिपोर्ट में हम देखेंगे कि कार्रवाई करना आवश्यक है या नहीं।

    उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को विश्वविद्यालय के कला संकाय के बाहर उस समय हंगामा हो गया था जब दो छात्र संगठनों भीम आर्मी स्टूडेंट फेडरेशन (बीएएसएफ) और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) से जुड़े छात्रों ने बीबीसी की विवादास्पद डाक्यूमेंट्री इंडिया द मोदी क्वेश्चन दिखाने की कोशिश की थी। इसे रोकने के लिए पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन ने हस्तक्षेप किया। साथ ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 24 छात्रों को हिरासत में ले लिया था।

    विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने दावा किया था कि इसमें बाहरी छात्र शामिल थे और पुलिस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बुलाया गया था। पुलिस को छात्रों को घसीटते हुए भी देखा गया था और कला संकाय के अंदर विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मी भी छात्रों से भिड़ते हुए देखे गए थे।