आधे घंटे की बारिश के बाद आजादपुर सब्जी मंडी में एक-डेढ़ फीट पानी जमा, व्यापारियों और खरीदारों को परेशानी हुई
दिल्ली के आज़ादपुर मंडी में सोमवार को हुई बारिश से जलभराव हो गया। मंडी के कई हिस्सों में पानी भरने से व्यापारियों और खरीदारों को परेशानी हुई। व्यापारियों का कहना है कि एपीएमसी ने डीसिल्टिंग नहीं कराई जिसके कारण यह समस्या हुई। उन्होंने मुख्यमंत्री से मंडी का औचक निरीक्षण करने की मांग की है।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। सोमवार शाम 30-40 मिनट की वर्षा के बाद आजादपुर फल एवं सब्जी मंडी जलमग्न हो गई। मंडी के कई हिस्सों में एक से लेकर डेढ़-दो फीट पानी भर गया। जल भराव से फल-सब्जी खरीददार के अलावा हजारों व्यापारियों, श्रमिकों, ट्रांसपोर्टर का काम प्रभावित रहा। सड़क पर पानी भरने के कारण मंडी में कई घंटे वाहन जाम में फंसे रहे।
व्यापारियों का कहना है कि एपीएमसी की ओर से इस साल डीसिल्टिंग नहीं कराई गई, इसलिए मामूली वर्षा में ही मंडी के कई ब्लाक व रोड जलमग्न हो गए। व्यापारियों ने कहा कि कुछ समय पहले मुख्यमंत्री ने मंडी का दौरा किया था और साफ-सफाई को लेकर नाखुशी भी जताई थी, इसके बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री से आजादपुर मंडी के औचक निरीक्षण की मांग
आजादपुर मंडी में वर्षा के बाद जल जमाव ने व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी है। मंडी के मुख्य गेट के अलावा ए, बी व डी ब्लाक के टीनशेड और रोड जलमग्न हो गए। कही जगह एक से लेकर दो फीट तक पानी भर गया। दो पहिया वाहन और चार पहिया वाहन चालक को परेशानी का सामना करना पड़ा। कइयाें के दो पहिया वाहन पानी के बीच में ही बंद हो गए। जल भराव के कारण मंडी में देर शाम तक जाम की स्थिति रही। पैदल चलने वालों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। सब्जी लेने पैदल आए लोग और मंडी के श्रमिकों को पानी के बीच से निकलना पड़ा।
व्यापारियों ने बताया कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आजादपुर मंडी का दौरा किया था, तब व्यापारियों ने भी सफाई और सीवर व्यवस्था ठीक कराने की मांग की थी। खुद मुख्यमंत्री भी मंडी सफाई-व्यवस्था से संतुष्ट नहीं थीं। इसके बावजूद मंडी के सीवर की सही ढंग से सफाई नहीं हुई। यही कारण है कि आधे घंटे की वर्षा में ही मंडी जलमग्न हो गई। व्यापारियों ने एपीएमसी प्रशासन की सुस्ती के प्रति नाराजगी व्यक्त की।
व्यापारियों के कोट्स....
मंडी के प्रवेश द्वार से लेकर बी और डी ब्लाक में डेढ़-दो फीट पानी जमा हो गया। रात तक पानी की निकासी हो पाई। टमाटर शेड चौक पानी में डूब गया। इस कारण मंडी की व्यापारिक गतिविधि प्रभावित रहीं। देश की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडियों में शामिल आजादपुर मंडी का यह हाल दुखदायी है। हर साल वर्षा से पहले होने वाली डिसिल्टिंग इस साल नहीं हुई। सीवर जाम हैं। यह स्थिति एपीएमसी के लापरवाही की वजह से हुई है। नियमित सफाई न होने से मंडी में बीमारी फैलने का खतरा भी है। - अशोक मल्होत्रा, महासचिव, वेजिटेबल ट्रेडर्स एसोसिएशन
मंडी के वेस्ट की नियमित सफाई नहीं होगी तो यह हाल होगा। नियमित सफाई नहीं होने के कारण शेड के नीचे खराब फल-सब्जी सीवर में चली जाती हैं। इस कारण सीवरेज सिस्टम ब्लाक हो जाता है। ऐसे में जल भराव तो होगा ही। जल जमाव से मंडी में आने-जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ए और बी ब्लाक के रोड पानी में डूब गए। - अमित गुप्ता, मटर-टमाटर व्यापारी, डी ब्लॉक, आजादपुर मंडी
आधा घंटा की वर्षा में मंडी के मुख्य गेट पर एक फीट से अधिक पानी जमा हो गया। इसके अलावा मंडी के कई हिस्सों में जल भराव ने व्यापारियों और श्रमिकों को परेशानी में डाल दिया। वेस्ट की नियमित सफाई नहीं होने से अक्सर सीवर जाम हो जाते हैं। साफ-सफाई को लेकर मुख्यमंत्री ने भी नाराजगी जताई थी, लेकिन इसके बावजूद सुधार नहीं हुआ। मुख्यमंत्री को बिना पूर्व सूचना दिए औचक निरीक्षण के लिए मंडी में आना चाहिए। - दिनेश अरोड़ा, आलू व्यापारी, ए-ब्लॉक, आजादपुर मंडी
बी-ब्लाक, आजादपुर मंडी
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