दिल्ली में धड़ाधड़ बन रहे आयुष्मान कार्ड, जानिए कौन है पात्र और कितने लाख का इलाज होगा मुफ्त?
सेंट्रल दिल्ली जिले में 6500 से ज़्यादा बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। जिला प्रशासन इन कार्डों को घर-घर जाकर बांट रहा है। जिले में कुल 19472 लोगों ने आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजीकरण कराया है। 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता दी जा रही है। प्रशासन का लक्ष्य है कि जल्द ही सभी पात्र लोगों को कार्ड मिल जाएं।
लोकेश शर्मा, नई दिल्ली। सेंट्रल दिल्ली जिले में अब तक 6500 बुजुर्गों के आयुष्मान भारत कार्ड बनाए जा चुके हैं। इनमें पुरुषों और महिलाओं दोनों को शामिल किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा इन कार्डों को लाभार्थियों के घर-घर जाकर वितरित किया जा रहा है, जिससे वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
जिले में कुल 19,472 लोगों ने आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजीकरण कराया था। वर्तमान में 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के कार्ड बनाए जा चुके हैं। अन्य पात्र लाभार्थियों के कार्ड बनाने की प्रक्रिया जारी है। सरकार ने विभिन्न आयु वर्गों के लिए पात्रता मानदंड तय किए हैं, जिनके अनुसार कार्ड बनाए जा रहे हैं। इसके तहत 10 लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा का लाभ उठा सकते हैं।
कौन बनवा सकता है आयुष्मान कार्ड?
पहले चरण में 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को प्राथमिकता दी गई है, जबकि दूसरे चरण में 60 वर्ष से अधिक आयु वालों के कार्ड तैयार किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि लाभार्थियों में कितने पुरुष और कितनी महिलाएं शामिल हैं, लेकिन यह जानकारी दी गई है कि सभी कार्ड लाभार्थियों के पते पर ही भेजे जा रहे हैं।
आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए बनी विशेष टीम
प्रशासन का लक्ष्य है कि इस महीने के अंत तक सभी पात्र लोगों को उनके कार्ड वितरित कर दिए जाएं। एडीएम अतुल पांडे ने जानकारी दी कि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है, जिसे आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है। इस कार्य में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है, ताकि लाभार्थियों के स्वास्थ्य संबंधी विवरणों को ध्यान में रखते हुए कार्ड तैयार किए जा सकें।
कार्ड निर्माण का कार्य जिले के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में चल रहा है, जिनमें एसडीएम कार्यालय, डीएम कार्यालय और विधायकों के कार्यालय भी शामिल हैं। धीरे-धीरे सभी लाभार्थियों को कार्ड भेजे जा रहे हैं।
प्रशासन का उद्देश्य है कि किसी भी पात्र व्यक्ति को योजना के लाभ से वंचित न रहना पड़े। यह पहल बुजुर्गों तक स्वास्थ्य सुविधाओं की आसान पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उन्हें गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक सुरक्षा मिल सकेगी।
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