Ayushi Murder: पढ़ाई में अव्वल थी आयुषी, किया था NEET क्वालिफाई; मौत की नींद सुलाने वाले पिता ने दी मुखाग्नि
Ayushi Murder Case आयुषी पढ़ने में तेज-तर्रार थी। उसने NEET की प्रवेश परीक्षा पास कर ली थी लेकिन इंटरव्यू के लिए उपस्थित नहीं हुई थी जिसके कारण माता-पिता बेटी से नाखुश थे। एक साल पहले ही आयुषी ने परिवार के खिलाफ जाकर अपने क्सालमेट से शादी की थी।

नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली में बेटी की गोली मारकर हत्या के बाद शव को यूपी के मथुरा स्थित यमुना एक्सप्रेस वे पर फेंकने के मामले में यूपी पुलिस ने कई अहम खुलासे किए है। 21 वर्षीय युवती आयुषी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि आरोपित पिता ने बेटी पर दो गोलियां चलाई थी, जिनमें से एक उसकी छाती में लगी और दूसरी उसके सिर में फंस गई।
एक साल पहले आयुषी ने की शादी
उत्तर प्रदेश पुलिस ने आयुषी की हत्या के आरोप में उसके माता-पिता को गिरफ्तार किया है। मंगलवार को हत्याकांड से जुड़े खुलासे करते हुए पुलिस ने बताया कि 21 वर्षीय आयुषी यादव की हत्या उसके मां और बाप ने मिलकर की थी। युवती का परिवार उसकी अंतरजातीय शादी से नाखुश था। आयुषी ने एक साल पहले ही अपने क्लासमेट भरतपुर निवासी छत्रपाल गुर्जर से आर्य समाज मंदिर में शादी की थी। इस बात से उसके पिता नितेश यादव और मां ब्रजबाला काफी नाराज थे।
मंदिर में क्सालमेट से शादी का मैरिज सर्टिफिकेट मिला
पुलिस ने बताया कि आरोपितों के घर से आयुषी का मैरिज सर्टिफिकेट भी बरामद किया गया है। शादी के बाद आयुषी का अपने ससुराल और मायके आना जाना लगा रहता था। वह अपनी मर्जी से पति के घर चली जाती और फिर वापस अपने घर लौट आती थी। हत्या के दिन यानी गुरुवार को भी वह अपने पति के घर से लौटी थी।
सामाजिक प्रतिष्ठा के चलते बेटी को उतारा मौत के घाट
आयुषी के माता-पिता इस बात से काफी गुस्से में थे। घरवाले बेटी के रवैये से समाज में अपनी प्रतिष्ठा को लेकर चिंतित थे। पुलिस ने बताया कि गुरुवार को जब आयुषी अपने पति के घर से लौटी तो आगबबूला पिता ने अपनी लाईसेंसी रिवॉल्वर से उसकी हत्या कर दी। इन सब में आयुषी की मां ने भी अपने पति का बराबर का साथ दिया। बेटी की हत्या के बाद पिता ने ट्रॉली बैग में उसका शव ठूंस दिया। फिर पति-पत्नी कार में बैठे और लाश को मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर फेंक दिया। रविवार को पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल की गई रिवाल्वर और कार को बरामद किया।
दिल्ली में बीसीए की पढ़ाई कर रही थी युवती
बता दें कि मूलरूप से यूपी के गोरखपुर की रहने वाली आयुषी अपने परिवार के साथ दिल्ली के बदरपुर इलाके में रहती थी। आयुषी के पिता नितेश कुमार यादव दिल्ली में ही नौकरी करते हैं। आयुषी दिल्ली ग्लोबल स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी में बीसीए की अंतिम वर्ष की छात्रा थी और पढ़ाई में बहुत अच्छी थी।
नीट की परीक्षा पास करने से खुश थे माता-पिता
पुलिस ने बताया कि उसने NEET की प्रवेश परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन इंटरव्यू के लिए उपस्थित नहीं हुई थी। इसके कारण भी उसके माता-पिता बेटी से नाखुश थे। आयुषी के माता-पिता बेटी को डॉक्टर बनाना चाहते थे। अगले महीने 1 दिसबंर को आयुषी 22 साल की होने वाली थी।
पिता ने किया बेटी का अंतिम संस्कार
सोमवार को उसके माता-पिता ने पुलिस हिरासत में लक्ष्मी नगर इलाके में बेटी का अंतिम संस्कार किया। जिस पिता ने बेटी को मौत की नींद सुला दी इसी ने उसकी चिता को मुखाग्नि भी दी। पुलिस ने बताया कि इस दौरान आयुषी का भाई मौजूद नहीं था। हालंकि, वह बहन की मौत के बारे में सबकुछ जानता था।
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