हम दर्द से चीखते रहे... वो मदद करने की बजाय कार लेकर भाग गया; दिल्ली में ऑडी चालक ने मचाया कहर
दक्षिणी दिल्ली में मुनिरका फ्लाईओवर के नीचे एक ऑडी कार ने फुटपाथ पर सो रहे लोगों को कुचल दिया जिससे कई घायल हो गए। यह घटना 1999 के संजीव नंदा कांड की याद दिलाती है। घायलों में गुस्सा है क्योंकि आरोपी को जमानत मिल गई है। पीड़ितों में से एक नारायणी अपने परिवार के साथ फ्लाईओवर के नीचे फूल बेचकर गुजारा करती है।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। वर्ष 1999 में संजीव नंदा की बीएमडब्ल्यू कार से कुचलकर छह लोगों की मौत हुई थी। मुनिरका फ्लाईओवर के नीचे नौ जुलाई को फुटपाथ पर सो रहे लोगों के ऊपर चढ़ने वाली ऑडी क्यू-5 कार ने कुछ हद तक उसकी यादें ताजा कर दी है।
बताया गया कि ऑडी कार ने देर रात जो कहर बरपाया उसे याद कर घायल सिहर उठते हैं। आरोपित को जमानत मिलने से उनमें गुस्सा भी है। उनका कहना है कि आरोपित को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। हालांकि, पांच घायलों में चार को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है।
मुनिरका फ्लाईओवर के नीचे नौ जुलाई की रात ऑडी क्यू-5 कार की चपेट में आकर घायल हुई लाडी के पति स्वामी बार-बार अपनी पत्नी के जल्द ठीक होने के लिए भगवान से प्रार्थना करते रहे।
उन्होंने बताया कि हम लोग खाना खाकर रात करीब 12 बजे रोज की तरह फुटपाथ पर सो रहे थे। गहरी नींद में तेज आवाज सुनी और इसके बाद चीख-पुकार मच गई। सामने देखा तो सफेद रंग की ऑडी कार फुटपाथ पर सो रहे लोगों के ऊपर चढ़ गई थी। चालक ने कार रोकी और बाहर निकलकर फुटपाथ पर लहूलुहान पड़े हम लोगों को देखा, लेकिन मदद करने की बजाय वह कार लेकर भाग गया।
इस हादसे में मेरी पत्नी लाडी की पीठ और पसलियों में चोट आई है। उसका आपरेशन हुआ है और अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रही है। मासूम बेटी को भी काफी चोटें आईं हैं।
वहीं दुर्घटना में घायल नारायणी ने बताया कि वे लोग मूलरूप से अलवर, राजस्थान के रहने वाले हैं और यहां फ्लाईओवर के नीचे फूल बेचकर गुजारा करते हैं। नारायणी अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद फ्लाईओवर के नीचे ही आराम कर रही थीं। पास में ही उनका पति राम चंदर और बेटी सुनीता भी थे। दुर्घटना में दोनों को चोटें आईं। अब उनकी हालत में सुधार है।
नारायणी ने बताया कि हम लोग रोज के कमाने और खाने वाले हैं। दुर्घटना के बाद दोनों पति पत्नी घायल हैं और अभी काम करना मुश्किल है। दुर्घटना के बाद पुलिस ने हमें अस्पताल में भर्ती करवा दिया था, लेकिन उसके बाद किसी ने कोई सुध नहीं ली। उन्होंने कहा कि आरोपित को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इस मामले में गिरफ्तार उत्सव शेखर को पुलिस ने अगले दिन अदालत में पेश कर दिया था, जिसे जमानत मिल गई थी।
बता दें कि नौ जुलाई की रात शराब के नशे में धुत ऑडी कार चालक आदर्श अपार्टमेंट, सेक्टर-तीन, द्वारका निवासी उत्सव शेखर ने मुनिरका फ्लाईओवर के नीचे सो रहे पांच लोग पर कार चढ़ा दी थी, जिसमें पांच लोग घायल हो गए थे। हादसे के बाद उत्सव मौके से फरार हो गया, लेकिन उसने इतनी शराब पी रखी थी कि उससे कार नहीं संभली और थोड़ी आगे उसने शंकर विहार के पास एक डंपर में पीछे से टक्कर मार दी।
उत्सव ने वहां से भी भागने की कोशिश की, लेकिन डंपर चालक ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को बुला लिया। पुलिस के मुताबिक उत्सव शेखर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है। ऑडी कार उसके दोस्त नवीन की है, जिसे वह उससे चलाने के लेकर आया था।
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