यमुना की सफाई होगी तेज, 30 सितंबर को होगा एशिया के सबसे बड़े ओखला एसटीपी का उद्घाटन
दिल्ली में यमुना नदी के प्रदूषण को कम करने के लिए ओखला में एशिया का सबसे बड़ा सीवरेज उपचार संयंत्र (एसटीपी) बनाया गया है। 124 मिलियन गैलन प्रतिदिन क्षमता वाले इस एसटीपी का उद्घाटन 30 सितंबर को होगा जिसमें अमित शाह के भी शामिल होने की संभावना है। इस परियोजना पर 1161.18 करोड़ रुपये की लागत आई है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। यमुना में प्रदूषण का एक बड़ा कारण इसमें गिरने वाले नाले हैं। नालों का पानी उपचारित करने के लिए नए सीवरेज उपचार संयंत्र (एसटीपी) बनाने के साथ ही पुराने के उन्नयन का काम चल रहा है।
ओखला में एशिया सबसे बड़ा एसटीपी बनाया गया है। 30 सितंबर को इसका उद्घाटन होगा।दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार 124 मिलियन गैलन प्रतिदिन (एमजीडी) क्षमता वाले इस एसटीपी के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भी शामिल होने की उम्मीद है।
2022 में पूरा होना था काम
वर्ष 2019 में शुरू हुए इस एसटीपी का निर्माण कार्य वर्ष 2022 में पूरा होना था, जिसे बाद में वर्ष। 2024 तक बढ़ा दिया गया था। इस वर्ष अप्रैल में इसका काम पूरा हुआ। उसके बाद इसका परीक्षण चल रहा था।
पहले यहां चार छोटे एसटीपी थे। इन्हें मिलाकर अब एक एसटीपी तैयार किया गया है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के अंतर्गत केंद्र और दिल्ली सरकार ने इसे बनाया है। इसके निर्माण पर 1,161.18 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
85 प्रतिशत धनराशि केंद्र सरकार द्वारा और शेष राशि दिल्ली सरकार द्वारा दी गई है। इस एसटीपी से सिविल लाइंस, पहाड़गंज, पुरानी दिल्ली, ग्रीन पार्क, हौज़ खास, लाजपत नगर, न्यू फ्रेंड्स कालोनी, चित्तरंजन पार्क, ओखला, सरिता विहार और आसपास के क्षेत्र के सीवर लाइन को जोड़ा गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।