केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की जागरण फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत, कहा- वेव्स से युवाओं को मिला बड़ा मंच
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम में जागरण फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि सरकार वेव्स को देश में एक बड़े मंच के तौर पर स्थापित करेगी। उन्होंने बताया कि फिल्म निर्माण के लिए जल्द ही नई प्रक्रिया शुरू की जाएगी जिसमें एनएफडीसी का पुनर्गठन होगा। कहा कि सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम को जल्द ही नया रूप दिया जाएगा। इस फिल्म फेस्टिवल में 650 से ज्यादा फिल्में दिखाई जाएंगी।

शालिनी देवरानी, नई दिल्ली। भारत की क्रिएटिव (रचनात्मक) अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो वादा किया था, उसे पूरा कर दिखाया है। मुंबई में हुए द वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) में दुनिया ने भारत की रचनात्मकता देखी।
इसमें छोटे-छोटे शहरों सहित देशभर से एक लाख से ज्यादा लोगों ने भागदारी निभाई। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से छोटे और मंझले शहरों के क्रिएटरों की भी खूब प्रतिभा देखने को मिली। अच्छी बात ये है कि भारत में बने 16 क्रिएटिव प्रोडक्ट्स को, जिनमें कुछ फिल्में और शार्ट प्रोग्राम शामिल थे।
ऑस्ट्रेलिया में पेश किया गया तो उन्हें हाथोंहाथ लिया गया। सरकार वेव्स को देश में बड़े मंच के तौर पर स्थापित करेगी। जो लोग क्रिएटिव इंडस्ट्री में आना चाहते हैं, वेव्स उनके लिए आधार बनेगा और उन्हें एक बेहतर मंच देगा। कोशिश है कि इस पहल के जरिए हुनरमंद युवा आगे बढ़ सकें।
ये बातें केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम में बृहस्पतिवार को देश के सबसे बड़े घुमंतू फिल्मोत्सव जागरण फिल्म फेस्टिवल (जेएफएफ) के उद्घाटन के मौके पर कहीं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष हुए जागरण फिल्म फेस्टिवल के मंच से ही उन्होंने वेव्स की घोषणा की थी। दीप प्रज्जवलन और शंखनाद के साथ फिल्म फेस्टिवल का शुभारंभ हुआ।
जापान के विदेश व्यापार संगठन के मुख्य महानिदेशक तकाशी सुजुकी ने कहा कि जागरण फिल्म फेस्टिवल सिनेमा की समावेशिता को पेश करता है। डोरेमोन और शिनचैन भारत में बच्चे भी देखते हैं और जापानी फिल्में और संगीत ने भी अपनी खास जगह बनाई है।
उद्घाटन समारोह में जागरण प्रकाशन लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बसंत राठौर ने फिल्म फेस्टिवल की परिकल्पना को सामने रखते हुए कहा कि इसका उद्देश्य सिनेमा के बेहतरीन विजन को सभी के सामने लाना है। जब ऑडियंस बेहतर स्टोरी देखती हैं तो उससे प्रभावित होती है और उनके व्यवहार पर इसका प्रभाव पड़ता है।
इस दौरान फिल्म निर्देशक आर बाल्की, भारत में नेपाल के राजदूत डाॅ. शंकर पी. शर्मा, फिलीपींस दूतावास के सांस्कृतिक सचिव रान बॉतिस्ता, जार्जिया दूतावास से केतेवन लागविलावा व तारिएल गोगोचाश्विली, कोटे डी आइवर दूतावास से फतौमाता कूलीबाली, भूटान दूतावास से सोनम केल्जांग, इटली दूतावास से लियोनिल्डे कैलोचिया, वेनेज़ुएला दूतावास से अल्फ्रेडो काल्डेरा आदि मौजूद रहे।
एनएफडीसी का जल्द होगा पुनर्गठन
फिल्मों की फंडिंग पर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि फिल्म निर्माण के लिए जल्द ही नई प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हुनरमंद निर्माताओं को फिल्म निर्माण में मौका देने के लिए नेशनल फिल्म डेवलपमेंट काॅरपोरेशन (एनएफडीसी) का नए सिरे से पुनर्गठन होगा।
जिसमें प्रतियोगिता के आधार पर फिल्मों का चयन किया जाएगा। अभी तक फिल्मों को प्रपोजल के आधार फंडिंग मिल जाती थी। लेकिन अब हम पहले थीम तय करेंगे।
इस पर स्क्रिप्ट आमंत्रित करेंगे और फिर ज्यूरी जिस फिल्म का चयन करेंगी। उसे ही फंडिंग मिलेगी। इससे नए फिल्म निर्माताओं और युवाओं को फिल्म निर्माण के क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे।
जल्द मार्डन रूप में दिखेगा सिरी फोर्ट
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पिछले जागरण फिल्म फेस्टिवल में वादा किया था कि सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम को जल्द ही नया रूप दिया जाएगा। इस बार आश्वासन देता हूं कि 2029 में जागरण फिल्म फेस्टिवल सिरीफोर्ट के एक बेहतर और माॅडर्न सभागार में होगा।
जागरण को इतने भव्य फिल्म फेस्टिवल के आयोजन के लिए उन्होंने शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस फेस्टिवल का हिस्सा बनने के लिए जापान का आभार जताया।
650 से ज्यादा फिल्में होंगी फेस्टिवल में प्रदर्शित
जेएफएफ के इस संस्करण का कंट्री फोकस पार्टनर जापान है। फेस्टिवल में तुर्की, फ्रांस, मिस्त्र, अमेरिका, जापान और फिलीपींस जैसे देशों से विभिन्न श्रेणियों में करीब 650 फिल्में दिखाई जाएंगी।
इसके अलावा मास्टरक्लास, लाइव चर्चा, लाइव ऑडिशंस सत्रों में सिने जगत के दिग्गजों से रूबरू होने का मौका मिलेगा। जेएफएफ दिल्ली से शुरू होकर देश के आठ राज्यों के 14 शहरों की यात्रा करते हुए मुंबई में भव्य अवार्ड समारोह के साथ संपन्न होगा।
जेएफएफ में क्षेत्रीय और बाॅलीवुड फिल्मों के साथ कई अंतरराष्ट्रीय फिल्में भी प्रदर्शित की जाएंगी। फिल्म फेस्टिवल में 45 भारतीय और 25 अंतरराष्ट्रीय डाॅक्यूमेंट्री प्रदर्शित होंगी।
वहीं कुल 312 शार्ट फिल्में भारतीय और 191 अंतरराष्ट्रीय स्तर की दिखाई जाएंगी। फीचर फिल्मों में 84 भारतीय और 544 अंतरराष्ट्रीय रहेंगी। इस फिल्म फेस्टिवल का आयोजन रजनीगंधा के सहयोग से किया जा रहा है।
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