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    दिल्ली की हार के बाद विपश्यना पर जाएंगे केजरीवाल, भाजपा ने कसा तंज; कहा- जेल में काफी वक्त मिलेगा

    दिल्ली में अपनी पार्टी के सत्ता गंवाने के करीब एक महीने बाद आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल मंगलवार से पंजाब में 10 दिवसीय विपश्यना सत्र के लिए जाएंगे। बताया जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल मंगलवार को ध्यान पाठ्यक्रम के लिए होशियारपुर रवाना होंगे। वह 5 मार्च से 15 मार्च तक वहां एक केंद्र में विपश्यना सत्र में शामिल होंगे।

    By Jagran News Edited By: Swaraj Srivastava Updated: Tue, 04 Mar 2025 07:29 AM (IST)
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    दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा से तंज कसा (फोटो: पीटीआई)

    राज्य ब्यूरो, जागरण. नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में 10 साल बाद बुरी तरह हार के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल मंगलवार से विपश्यना के लिए पंजाब के होशियारपुर विपश्यना केंद्र जाएंगे।

    वह दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार राष्ट्रीय राजधानी से बाहर जा रहे हैं। उधर, दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा से तंज कसा कि कहीं जाने की जरूरत नहीं, जेल में विपश्यना के लिए काफी समय मिलेगा।

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    धर्मकोट, नागपुर और बेंगलुरु भी जा चुके हैं

    केजरीवाल पिछली बार भी इसी विपश्यना केंद्र पर गए थे। इससे पहले वे धर्मकोट, नागपुर और बेंगलुरु में कई विपश्यना सत्रों में जा चुके हैं। गौरतलब है कि नई दिल्ली विधानसभा सीट से केजरीवाल को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है।

    यहां से भाजपा के प्रवेश वर्मा ने उन्हें हरा दिया। केजरीवाल को लेकर भाजपा ने यहां तक दावा किया कि अब वो राज्यसभा जाने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, आप ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है।

    भाजपा ने कसा तंज

    • इसी बीच दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने विपश्यना का जिक्र करते हुए कहा कि केजरीवाल अब देश में कहीं नहीं जा सकते हैं, क्योंकि उन्हें सरकारी पैसे पर हवाई यात्रा नहीं मिलेगी।
    • उन्होंने कहा कि एक बार जब कैग पर विधानसभा की लोक लेखा समिति की रिपोर्ट आ जाएगी और और मामले दर्ज हो जाएंगे, तो उन्हें जेल में विपश्यना के लिए काफी समय मिल जाएगा।

    विपश्यना क्या है?

    विपश्यना एक प्राचीन भारतीय ध्यान पद्धति है। इसका शाब्दिक अर्थ होता है, देखकर लौटना। इसमें हिस्सा लेने वाले लोग कुछ वक्त के लिए संचार प्रक्रिया से खुद को अलग कर लेते हैं।

    इस दौरान न तो वो किसी से संवाद स्थापित करते हैं। इसे आत्म शुद्धि और आत्म निरीक्षण का बेहतरीन ध्यान पद्धति के तौर पर माना गया है। बताया जाता है कि इसके माध्यम से तनाव से मुक्ति भी मिलती है।

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