दिल्ली चुनाव में केजरीवाल के लिए बढ़ रही चुनौतियां, AAP के अंदर इन प्रत्याशियों का हो रहा विरोध
चुनावी माहौल गरमाने के साथ ही आम आदमी पार्टी के अंदर प्रत्याशियों का विरोध शुरू हो गया है। दिलीप पांडेय आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और तिमारपुर से वर्तमान में विधायक हैं। वह इस बार चुनाव नहीं लड़ने का एलान कर चुके हैं। इसके बाद से माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी तिमारपुर विधानसभा सीट पर पार्टी सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू पर दांव लगा सकती है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए चुनौतियां बढ़ रही हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडेय का टिकट कटने और इस सीट पर भाजपा से आए पूर्व विधायक सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू को पार्टी में शामिल कराए जाने से नाराज तिमारपुर से पार्टी के कई प्रभावशाली पदाधिकारियों ने पद से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। इनमें वार्ड, मंडल, विधानसभा क्षेत्र व जिला स्तर के 76 पदाधिकारी शामिल हैं।
पदाधिकारियों ने इस्तीफे में लिखा- बिट्टू का नहीं करेंगे समर्थन
पदाधिकारियों ने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को भेजे इस्तीफे में कहा है कि पार्टी में रहेंगे, मगर भाजपा से आए बिट्टू के लिए काम नहीं करेंगे। वहीं, यमुनापार की घोंडा और रोहतास नगर सीट पर भी प्रत्याशियों का विरोध हो रहा है।
आप नेता दिलीप पांडेय की फाइल फोटो।
इस्तीफा देने वाले आप पदाधिकारियों ने रविवार को तिमारपुर में दिलीप पांडेय के कार्यालय के पास एकत्र होकर शपथ ली कि दूसरे दल से आने वाले को टिकट दिया गया, तो वे उसके लिए काम नहीं करेंगे। वहीं यमुनापार की घोंडा और रोहतास नगर सीटों पर प्रत्याशियों का विरोध हो रहा है।
"दिलीप पांडेय को ही टिकट मिलना चाहिए"
इस्तीफा देने वाले आप पदाधिकारियों ने रविवार को तिमारपुर स्थित दिलीप पांडेय के कार्यालय के पास एकत्रित होकर शपथ ली कि दूसरे दल से आने वाले किसी व्यक्ति को इस सीट पर टिकट दी जाती है तो वह उसके लिए काम नहीं करेंगे। इन पदाधिकारियों का कहना है कि दिलीप पांडेय को ही टिकट मिलना चाहिए, वह जवाब मांग रहे हैं कि पांडेय का टिकट क्यों काटा गया है, यह उनके गले नहीं उतर रहा है।
सिसोदिया को टिकट देने की मांग
उनका कहना है कि अगर पार्टी फैसला ही कर चुकी है कि पांडेय को टिकट नहीं देना है तो मनीष सिसोदिया को यहां से उतार दें, उन्हें जिताकर भेजेंगे, मगर बिट्टू का समर्थन नहीं करेंगे। इस्तीफा देने वाले आप पदाधिकारियों का कहना है कि बिट्टू 2013, 2015 में कांग्रेस से चुनाव लड़े और 2020 में भाजपा से लड़े, कहा कि हम लोगों ने उन्हें हरा कर घर बैठाया है, 2020 में दिलीप पांडेय 24 हजार वोटों के बड़े मार्जन से जीते हैं।
टिकट पर पुनर्विचार की मांग
उधर, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आप ने सर्वे कराकर जिन 11 प्रत्याशियों की टिकट की घोषणा की है, उनमें घोंडा क्षेत्र से विधायक रहे श्रीदत्त शर्मा इस सीट से गौरव शर्मा को दी गई टिकट पर पुनर्विचार की मांग कर रहे हैं।
मेरे खिलाफ माहौल खराब करने की कोशिश : सरिता सिंह
रोहतास नगर सीट से पार्टी प्रत्याशी सरिता सिंह का भी कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इन्हें चुनाव लड़ाया गया तो पार्टी इस बार भी सीट हार जाएगी। उनके अनुसार, सरिता सिंह की इलाके में छवि खराब है। आप की एक कार्यकर्ता ने धमकाए जाने का आरोप लगाकर सरिता सिंह के खिलाफ ज्योति नगर थाने में शिकायत दी है।
इस पर सरिता सिंह का कहना है कि एक बड़ी साजिश के तहत कुछ लोग भाजपा से पैसे लेकर मेरे खिलाफ माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ये लोग कभी भी आप में किसी पद पर नहीं रहे हैं। भाजपा को डर है कि सरिता सिंह ही उन्हें इस सीट पर हरा सकती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।