'...इतने में ही काट दी घंटों बिजली और डिमांड बढ़ी तो', केजरीवाल ने दिल्ली सरकार की किस कमी की ओर किया इशारा
राजधानी में बढ़ती गर्मी के बीच बिजली कटौती को लेकर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार भाजपा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने दिल्ल ...और पढ़ें

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के कई इलाकों में बिजली कटौती का दावा करते हुए भाजपा सरकार को घेरा है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार से पूछा है कि अभी भीषण गर्मी नहीं आई है तब राजधानी में बिजली कटौती हो रही है। ऐसे में जब भीषण गर्मी पड़ेगी और बिजली की मांग बढ़ेगी तो इसे कैसे पूरा किया जाएगा?
हमारी सरकार में दिल्ली में कहीं नहीं गई बिजली- केजरीवाल
उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "दिल्ली में कल पीक डिमांड 5462 MW थी। केवल इतने में ही कल रात पूरी दिल्ली में कई जगहों पर कई कई घंटे बिजली नहीं आयी। पिछले साल पीक डिमांड लगभग 8500 MW पहुंच गई थी। फिर भी हमारी सरकार के दौरान दिल्ली में कहीं बिजली नहीं गई।"
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आप संयोजक ने आगे कहा, "आने वाले हफ्तों में जब दिल्ली में गर्मी और बढ़ेगी और बिजली की डिमांड भी बढ़ेगी तो क्या होगा? पिछले दस साल में हमने दिल्ली के बिजली सिस्टम को बड़ी मुश्किल से ठीक किया था। कहते हैं किसी भी चीज को ठीक करने में बरसों लग जाते हैं, लेकिन उसे खराब दो दिनों में ही कर दिया जाता है।"
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दिल्ली में बिजली की मांग पहुंची 5462 मेगावाट
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में तापमान बढ़ने और लू चलने का असर बिजली की मांग पर भी पड़ रहा है। मंगलवार को अधिकतम मांग 5029 मेगावाट थी और बुधवार अपराह्न साढ़े तीन बजे यह बढ़कर 5462 मेगावाट पहुंच गई। पहली बार नौ अप्रैल तक बिजली की इतनी अधिक मांग रही है। यदि मौसम की यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में बिजली की मांग में और वृद्धि होगी। इसे ध्यान में रखकर बिजली वितरण कंपनियां (डिस्काम) अपनी तैयारी कर रही हैं।
पिछले सप्ताह तक बिजली की मांग अधिकतम मांग 43 सौ मेगावाट के आसपास रह रही थी, लेकिन इस सप्ताह इसमें तेजी से वृद्धि हो रही है। सोमवार को अधिकतम मांग 4756 मेगावाट थी। इस तरह से पिछले दो दिनों में ही दिल्ली में बिजली की मांग में सात सौ मेगावाट से अधिक की वृद्दि हो गई है।
आपात स्थिति से निपटने लिए कर्मचारी तैनात
अधिकतम के साथ ही न्यूनतम मांग में भी छह सौ मेगावाट से अधिक वृद्धि हुई है। बिजली वितरण कंपनियां लंबी अवधि के समझौतों के साथ ही, पावर बैंकिंग के माध्यम से बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित कर रही हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कर्मचारियों की तैनाती की गई है, जिससे कि किसी भी तरह की खराबी को कम समय में ठीक किया जा सके।
बिजली वितरण कंपनी बीएसईएस व टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) का कहना है किमांग के अनुरुप बिजली की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है। बीएसईएस का कहना है कि 2100 मेगावाट हरित ऊर्जा की व्यवस्था की गई है।
नौ अप्रैल को पूर्व के वर्षों में बिजली की अधिकतम मांग
| 2024 | 4351 |
| 2023 | 3457 |
| 2022 | 4832 |
| 2021 | 3902 |
| 2020 | 2251 |
| 2019 | 4267 |

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