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सबसे बड़ी ड्रग खेप मामले में पाकिस्तान के अलावा सामने आ रही इन देशों के ड्रग माफियाओं की भूमिका

दिल्ली पुलिस की स्पेशल द्वारा पकड़ी गई अब तक की सबसे बड़ी ड्रग की खेप के मामले में कई हैरान कर देने वाली जानकारियां सामने आई है। अफगानिस्तान में बैठे कुछ कुख्यात ड्रग माफिया वहां से कच्चा माल भेजते थे। एमपी के शिवपुरी में शुद्ध हेरोइन तैयार की जाती थी।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Sun, 11 Jul 2021 02:13 PM (IST)Updated: Sun, 11 Jul 2021 02:13 PM (IST)
सबसे बड़ी ड्रग खेप मामले में पाकिस्तान के अलावा सामने आ रही इन देशों के ड्रग माफियाओं की भूमिका
पुलिस इस मामले में पाकिस्तान की भूमिका की भी जांच कर रही है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की स्पेशल द्वारा पकड़ी गई अब तक की सबसे बड़ी ड्रग की खेप के मामले में कई हैरान कर देने वाली जानकारियां सामने आई है। अफगानिस्तान में बैठे कुछ कुख्यात ड्रग माफिया वहां से कच्चा माल भेजते थे। जिसे मध्य प्रदेश के शिवपुरी इलाके में संचालित फैक्टरी में सौ फीसद शुद्ध हेरोइन तैयार की जाती थी। इस सब के पीछे स्पेशल सेल अफगानिस्तान, पाकिस्तान व कुछ यूरोपीय देशों में बैठे ड्रग माफियाओं का हाथ होना बता रही है। पुलिस इस मामले में पाकिस्तान की भूमिका की भी जांच कर रही है।

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पुलिस को शक है कि पाकिस्तान के कुछ लोग तस्करों को ड्रग व वित्तीय सहायता भी मुहैया करा रहे हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान से अफीम को विभिन्न वैध निर्यात किए जाने वाले सामानों के साथ छिपाया जाता इसके बाद कंटेनरों में रख कर उसे ईरान के चाबहार बंदरगाह तक पहुंचाया जाता है। यह से यह सामान जहाज के द्वारा मुंबई भेज दी जाती। इसके बाद उक्त सामग्री को वैध निर्यातों से अलग कर दिया जाता और फिर मध्यप्रदेश के शिव पुरी स्थित फैक्टरी में भेजा जाता जहां पर इसे रसायनों की मदद से शुद्ध हेरोइन बनाया जाता।

इसके बाद अलग-अलग चेन का इस्तेमाल कर पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान जम्मू कश्मीर समेत अन्य राज्यों में सप्लाई की जाती थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि तस्कर गुरुप्रीत व गुरजोत पर पहले से ही मादक पदार्थों की तस्करी के मामले दर्ज हैं। यह दोनों पुर्तगाल में छिपे ड्रग माफिया नवप्रीत सिंह उर्फ नव के निर्देशों पर काम कर रहे थे। गुरप्रीत की मुलाकाल नवप्रीत से पंजाब के कपूरथला स्थित जेल में हुई थी। वहां पर दोनों मादक पदार्थों की तस्करी के अलग-अलग मामलों में बंद थे।

बटे हुए थे सभी के काम

पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह गिरोह काफी पेशेवर तरीके से काम करता है। अफगानी नागरिक हजरत अली कच्चे माल से शुद्ध हेरोइन बनाता था उसका यह भी काम था कि माल अफगानिस्तान से मध्य प्रदेश तक सुरक्षित ड्रग पहुंचाई जाए। वहीं गुरुप्रीत व गुरजोत मध्यप्रदेश से हेरोइन लेकर पंजाब, हरियाणा व दिल्ली में सप्लाई करते थे। जबकि जम्मू कश्मीर निवासी रिजवान हेरोइन बनाने के रसायन व नेटवर्क के अन्य सदस्यों को माल कहां लेकर जाना इसके बारे में बताता था।


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