चुनाव को लेकर अन्ना ने कही बड़ी बात, बोले- सत्ता हासिल करना है दलों का लक्ष्य
अन्ना हजारे ने कहा कि संविधान की व्यवस्था के मुताबिक व्यक्ति चुना जाता तो दिक्कत न आती, लेकिन समूह के कारण राजनीति में भ्रष्टाचार और अपराध बढ़ रहा है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने देश में दलविहीन लोकतंत्र की वकालत करते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग से आग्रह किया कि वह चुनाव चिन्ह के आधार पर चुनाव लड़ने की व्यवस्था समाप्त करे। उन्होंने कहा कि दल और चुनाव चिन्ह के आधार पर नहीं बल्कि उम्मीदवार की छवि और योग्यता के आधार पर जनप्रतिनिधि का चुनाव करना चाहिए। वह कांस्टीट्यूशन क्लब में भारतीय मतदाता संगठन की ओर से आयोजित स्वच्छ राजनीति एवं अपराधमुक्त भारत विषय पर गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
समूह चुनाव लड़ रहा है
हजारे ने कहा कि संविधान में स्पष्ट कहा गया है कि भारत में रहने वाला कोई भी व्यक्ति जिसकी आयु 25 वर्ष है वह लोकसभा और 30 वर्ष की आयु का व्यक्ति राज्यसभा का चुनाव लड़ सकता है। आज इसके उलट व्यक्ति नहीं बल्कि समूह (दल) चुनाव लड़ रहा है।
राजनीति में भ्रष्टाचार और अपराध बढ़ रहा है
संविधान की व्यवस्था के मुताबिक व्यक्ति चुना जाता तो दिक्कत न आती, लेकिन समूह के कारण राजनीति में भ्रष्टाचार और अपराध बढ़ रहा है। आज राजनैतिक दलों का एकमात्र लक्ष्य सत्ता हासिल करना है। चुनाव चिन्ह को हटाने की मांग करते हुए अन्ना ने कहा कि संविधान में चिन्ह का जिक्र नहीं है, तो फिर चुनावी व्यवस्था में यह कैसे आया। इससे पूर्व भारतीय मतदाता संगठन के अध्यक्ष रिखब चंद्र जैन ने कहा कि सरकार का प्रथम कर्तव्य है कि उसके नागरिक निर्भीक हों।
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