अंबेडकर यूनिवर्सिटी में छात्रों के निष्कासन का जमकर विरोध, प्रशासन के साथ बढ़ा टकराव; छात्र आज करेंगे प्रदर्शन
दिल्ली के डॉ. बी.आर. अंबेडकर विश्वविद्यालय में प्रशासन और छात्रों के बीच टकराव बढ़ गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने अप्रैल में हुए प्रदर्शन के मामले में पांच छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है जिसमें तीन को निष्कासित कर दिया गया है। छात्र परिषद ने इस फैसले की निंदा की है और छात्रों की बहाली की मांग की है। एसएफआई ने भी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। डॉ. बी आर अंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली (एयूडी) में प्रशासन और छात्रों के बीच टकराव एक बार फिर सामने आया है। अप्रैल माह में हुए प्रदर्शन के मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने पांच छात्रों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई करते हुए तीन छात्रों को निष्कासित करने और दो छात्रों को उच्च अध्ययन के लिए प्रवेश से रोकने का आदेश जारी किया है।
छात्रों का आरोप है कि लगभग पांच महीने से निलंबित इन छात्रों को अन्यायपूर्ण तरीके से दंडित किया गया है। इनमें छात्र परिषद के दो पदाधिकारी भी शामिल हैं। परिषद ने इस फैसले को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताते हुए निंदा की है और पांचों छात्रों की तत्काल बहाली की मांग की है।
छात्र नेताओं का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को पूर्ण पारदर्शिता और जवाबदेही दिखानी चाहिए, क्योंकि कैंपस में छात्रों की आवाज़ का दमन अस्वीकार्य है। वहीं, इस मसले पर छात्र संगठनों ने भी आवाज बुलंद की है। स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआइ) दिल्ली राज्य समिति ने सोमवार दोपहर उपराज्यपाल आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।
संगठन का कहना है कि छात्रों पर की गई कार्रवाई लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है और इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। अंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी और छात्रों के बढ़ते विरोध ने परिसर के माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है।
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