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    आतंकी गतिविधियों में शामिल होने को फाइक ने छोड़ा था घर, फास्ट फूड रेस्टोरेंट में करने लगा था काम

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 07:31 AM (IST)

    गुजरात एटीएस ने दिल्ली के फराशखाना इलाके से अल-कायदा के आतंकी फ़ाइक मोहम्मद साकिब को गिरफ्तार किया। वह एक फास्ट फूड रेस्टोरेंट में काम करता था। पैसों के लालच में आकर फाइक आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गया था और परिवार से अलग रहने लगा था। उसकी गिरफ्तारी से इलाके में सनसनी फैल गई है।

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    आंतकी साजिश के आरोप में पकड़ा गया आरोपित फाइक और उसके पिता रिजवान।

    मोहम्मद साकिब, नई दिल्ली। गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) द्वारा गिरफ्तार अल-कायदा इन इंडियन सब-कान्टिनेंट (एक्यूआईएस) का आतंकी फाइक कुछ मह पहले परिवार से इसलिए अलग रहने लगा था ताकि उसकी गतिविधियों पर किसी को संदेह न हो सके।

    वह पुरानी दिल्ली के फराशखाना की गली मीर मदारी में दस वर्षों से रह रहा था। फाइक को मंगलवार को उसी इलाके में स्थित एक फास्ट फूड रेस्टोरेंट से गिरफ्तार किया गया, जहां वह पिछले कुछ समय से काम कर रहा था।

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    पैसों की कमी से रहता था परेशान

    फाइक की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, वह पैसों की कमी के चलते परेशान रहता था। कुछ समय पहले किसी आतंकी के संपर्क में आने पर जब उसने इसे पैसों का लालच दिया तब वह जेहादी बन गया। एटीएस अब फाइक के मोबाइल फोन, संपर्क सूत्रों और डिजिटल गतिविधियों की गहन जांच कर रही है।

    फाइक की गिरफ्तारी से इलाके में सनसनी फैल गई, क्योंकि पड़ोसियों और जानकारों को इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि वह किसी आतंकी गतिविधि में संलिप्त हो सकता है। आसपास के लोगों ने बताया कि फाइक पहले शांत स्वभाव का था। वह कभी किसी से झगड़ा भाी नहीं करता था।

    वह दो मोबाइल रखता था, जिनमें एक मोबाइल का इस्तेमाल वह केवल आतंकी आकाओं से बात करने में इस्तेमाल करता था। फाइक की शादी 2022 में हुई थी। उसकी एक डेढ़ वर्षीय बेटी है। वह अपनी पत्नी और बच्ची के साथ परिवार से अलग रह रहा था।

    पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक, वह अपने पिता रिजवान, मां और बड़े भाई से कुछ माह पहले ही अलग हुआ था। उसके पिता फराशखाना इलाके में ही खैरात मशीन चलाने का काम करते हैं। पिता रिजवान ने बताया कि उनका बेटा बेकसूर है। गिरफ्तारी के बाद से परिवार वाले सदमे में हैं।

    बार-बार बदलता था काम

    क्रिस्पर्स नामक फास्ट फूड रेस्टोरेंट के मालिक ने बताया कि फाइक उनके पास पिछले काफी समय से काम कर रहा था। वह बीच-बीच में काम छोड़ देता था और कभी चश्मे की दुकान तो कभी इलाके में ही खाने-पीने का ठिया लगाता था।

    उन्होंने बताया कि वह 15 दिन पहले ही उनके पास आया था पैसों की जरूरत बताकर फिर से काम पर लग गया। 14 हजार रुपये महीने पर काम करने वाला फाइक गर्म मिजाज का था और कई बार उसका रेस्टोरेंट के अन्य कर्मचारियों से झगड़ा भी हुआ था।