Delhi News: मूलभूत सुविधाओं को लेकर एयर इंडिया कॉलोनी निवासी परेशान, मिल चुका है घर खाली करने का नोटिस
निवासियों का कहना है कि भारत सरकार की तरफ से उन्हें 26 जुलाई 2022 तक कॉलोनी को खाली करने के लिए नोटिस जारी की गई थी। जिसे उन्होंने हाइकोर्ट में चैलेंज किया है। हाइकोर्ट ने मामले में अभी तक कोई फैसला नहीं दिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। वसंत विहार स्थित एयर इंडिया (एआइ) कॉलोनी के निवासियों ने कॉलोनी खाली कराने के लिए जरूरी सुविधाएं रोकने का आरोप लगाया है। निवासियों का कहना है कि भारत सरकार की तरफ से उन्हें 26 जुलाई 2022 तक कॉलोनी को खाली करने के लिए नोटिस जारी की गई थी। जिसे उन्होंने हाइकोर्ट में चैलेंज किया है।
हाइकोर्ट ने मामले में अभी तक कोई फैसला नहीं दिया है, लेकिन कॉलोनी में मूलभूत सुविधाओं पर अभी से रोक लगाना शुरू कर दिया गया है। सोमवार को पानी के पंपिंग हाउस में ताला लगा दिया गया। जिसके विरोध में कॉलोनी वासियों ने प्रदर्शन किया। पूरी सोसाइटी में सुरक्षा गार्डों की संख्या 15 से घटाकर चार कर दी गई है।
लिफ्ट की नहीं हुई है मरम्मत
लिफ्ट आपरेटर को हटा दिया गया। सोसाइटी की इमारतों में लगी खराब लिफ्टों की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। साथ ही बिजली न होने पर लिफ्ट के चलने के लिए जो जेनरेटर लगा हुआ था, उसे भी चलाने पर रोक लगा दिया गया है। जेनरेटर रूम को भी लाक कर दिया गया है। ऐसे में बिजली कटने के बाद लोग लिफ्ट में फंस सकते हैं और दम घुटने और अन्य कई तरह की समस्याओं का सामना लोगों को करना पड़ सकता है।
पानी की सप्लाई रोकने का किया था विरोध
सोमवार को पानी रोकने के विरोध में प्रदर्शन के बाद स्थानीय विधायक प्रमिला धीरज टोकस की मदद से पानी की सप्लाई पुन: शुरू कर दी गई, लेकिन निवासियों को कभी भी पानी बंद कर देने से होने वाली परेशानियों का डर सताए जा रहा है।
क्या बोले कॉलोनी वाले
सोमवार को प्रदर्शन के बाद पानी फिर से शुरू कर दिया गया है लेकिन कभी पानी चले जाने का डर लगा हुआ है। - संध्या रानी दास, स्थानीय
लिफ्ट की समस्या से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। जेनरेटर रूम बंद करने और लिफ्ट आपरेटर को हटाने से अचानक बिजली कटने पर सोसाइटी के बुजुर्ग व बच्चों के लिफ्ट में फंसे रहने का खतरा बढ़ गया है। - मधु, स्थानीय
सोमवार को अचानक कालोनी के सुरक्षा गार्डों को हटा दिया गया। पूरी कालोनी में केवल चार सुरक्षागार्डों को तैनात किया गया है जोकि पहले 30 थे। इससे सोसाइटी में लोगों के जान-माल पर खतरा बना हुआ है।
- जबा सेन, जनरल सेक्रेटरी, आरडब्ल्यूए, एयर इंडिया कॉलोनी