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वेस्ट यूपी के दर्जनभर जिले के लाखों लोगों के लिए खुशखबरी, अब और करीब होगा 'AIIMS'

सेक्टर-39 में निर्माणाधीन जिला अस्पताल का संचालन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) कर सकता है। इस संबंध में प्रदेश सरकार ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को एक पत्र लिखा है।

By Edited By: Published: Sun, 30 Dec 2018 10:04 PM (IST)Updated: Mon, 31 Dec 2018 07:46 PM (IST)
वेस्ट यूपी के दर्जनभर जिले के लाखों लोगों के लिए खुशखबरी, अब और करीब होगा 'AIIMS'
वेस्ट यूपी के दर्जनभर जिले के लाखों लोगों के लिए खुशखबरी, अब और करीब होगा 'AIIMS'

नोएडा, जेएनएन। दिल्ली से बेहद करीब उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर-39 में निर्माणाधीन जिला अस्पताल का संचालन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) कर सकता है। इस संबंध में प्रदेश सरकार ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखा है, जिसमें अस्पताल को एम्स से टेकओवर करने की मांग की गई है। हालांकि, इसपर अभी तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कोई सहमति नहीं आई है। रविवार को नोएडा आए प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार से बात कर अस्पताल के हैंडओवर करने की प्रक्रिया जल्द पूर्ण कराई जाएगी। निर्माणाधीन अस्पताल के एम्स बनाने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रहने वाले वाले लाखों लोगों को फायदा मिलेगा। 

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दैनिक जागरण से खास बातचीत में सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि अस्पताल का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। जितना जल्द एम्स द्वारा अस्पताल का अधिग्रहण किया किया जाएगा। उतनी जल्द यह अस्पताल चालू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि नए अस्पताल को एम्स बनाने के लिए यहां के जन प्रधिनिधियों ने एक पत्र लिखा था।

आयुष्मान योजना में मरीजों को लाभ मिलने में हो रही देरी को लेकर उन्होंने बताया कि यह योजना प्रदेश में 23 सितंबर, 2018 को शुरू की गई थी, जिसके लगभग 100 दिन पूरे हो रहे हैं। योजना के तहत प्रदेश में अब तक 14,500 से अधिक लोग लाभान्वित हो चुके हैं, जिसके सापेक्ष 12.50 करोड़ रुपये की धनराशि के क्लेम का भुगतान अस्पतालों को किया जा रहा है। गौतमबुद्ध नगर में भी आयुष्मान योजना में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य रैंकिंग में यूपी के पिछड़ने पर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि हम पहले की तुलना में बेहतर काम कर रहे हैं। 

पश्चिमी यूपी में रहने वालों को होगा फायदा
गौरतलब है कि योजना रंग लाई और निर्माणाधीन अस्पताल के एम्स बनाने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रहने वाले वाले लाखों लोगों को फायदा मिलेगा। अभी बुलंदशहर, हापुड़, गाजियाबाद, बागपत, शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर में गंभीर बीमारी की समस्या से जूझ रहे मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली स्थित एम्स के चक्कर लगाने पड़ते हैं।

एम्स बनने से ये मिलेंगी सुविधाएं एम्स बनने से अस्पताल में सिटी स्कैन, एमआरआइ, बर्न सेंटर की सुविधाएं शुरू होंगी। मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली नहीं जाना होगा। अभी इसके मरीजों को दिल्ली भेजना पड़ता है। साथ ही अस्पताल में कैंसर के इलाज के और कार्निया, गुर्दे, अस्थि मज्जा, हृदय की सर्जरी व ट्रांसप्लांट की भी सुविधा उपलब्ध होगी।

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