Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    द‍िल्‍ली के अस्‍पताल में अब सिर्फ 10 सेकंड में होगी दांतों की जांच, मोबाइल पर मिलेगी रिपोर्ट

    Updated: Thu, 17 Jul 2025 07:28 AM (IST)

    दिल्ली के मौलाना आज़ाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस स्कैनओ एयर डिवाइस शुरू की गई है। यह मशीन 10 सेकंड में दांतों की जांच करके रिपोर्ट मोबाइल पर भेजती है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने इसका उद्घाटन किया। यह मशीन मसूड़ों की बीमारियों और अन्य दंत समस्याओं का सटीक विश्लेषण करती है और भविष्य में प्री ओरल कैंसर की जानकारी भी दे सकती है।

    Hero Image
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से दांतों की जांच होगी।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली के मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज (मेड्स) में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से लैस स्कैनओ एयर डिवाइस की शुरुआत हुई है।

    यह अत्याधुनिक मशीन दांतों और मसूड़ों की जांच अब सिर्फ 10 सेकंड में करके रिपोर्ट मोबाइल पर भेज देगी। बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री डा. पंकज कुमार सिंह ने मशीन का उद्घाटन किया। शुरुआत में तीन मशीनों की संस्थान में स्थापना की गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि स्कैनओ एयर कान्टैक्टलेस स्क्रीनिंग और मानिटरिंग सिस्टम से युक्त है, जिससे मरीज खुद ही अपने दांतों और मसूड़ों की जांच रिपोर्ट तैयार कर सकेंगे। मशीन दो मिनट के अंदर पूरी प्रक्रिया पूरी कर लेगी, जिसमें स्कैनिंग और रिपोर्ट जेनरेशन शामिल है।

    मसूड़ों की बीमारियों, कैविटी और अन्य दंत समस्याओं का सटीक विश्लेषण मशीन देगी। भविष्य में मशीन की मदद से प्री ओरल कैंसर के बारे में भी जान सकेंगे।

    स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा, “यह केवल मशीनें नहीं, बल्कि स्मार्ट एआइ टूल्स हैं, जो दंत समस्याओं की तुरंत और सटीक पहचान कर सकते हैं। इससे डॉक्टरों और मरीजों दोनों का समय बचेगा और अस्पतालों की भारी भीड़ को भी बेहतर ढंग से प्रबंधित किया जा सकेगा।”

    डॉ. सिंह ने कहा कि सीएसआर पहल के तहत मेड्स में लगाई गई यह मशीन दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करेगी। पोस्ट-कोविड दौर में ऐसी तकनीकों से न केवल संक्रमण का खतरा कम होगा, बल्कि इलाज की गति और गुणवत्ता भी बढ़ेगी।

    ऐसे काम करेगी मशीन

    इंस्टीट्यूट के व्यापक दंत चिकित्सा प्रमुख डा. ज्ञानेंद्र ने बताया कि दांतों की जांच के लिए किसी डाक्टर की जरूरत नहीं पड़ेगी। मरीज खुद मशीन की मदद से अपने दांतों की जांच कर बीमारी के बारे में जान और फिर उपचार के लिए डॉक्टर से परामर्श ले सकेंगे।

    मशीन से चिकित्सीय जांच में एआई आधारित रोबोट मरीजों की मदद करेगा। मरीज को मशीन के पास जाकर खड़ा होना होगा। उसमें अपना मोबाइल नंबर, नाम, लिंग और उम्र का ब्योरा देना होगा। फिर जांच का पहला चरण शुरू होगा उसमें मशीन के बाहर लगा कैमरा खुद से आपके सामने के दांतों को स्कैन कर तस्वीर लेगा।

    दूसरे चरण में नीचे के दांत और फिर आखिरी तीसरे चरण में ऊपर के दांतों को स्कैन किया जाएगा। दांतों की स्थिति को लेकर हेल्थ स्क्रीनिंग रिपोर्ट जारी होगी। यह रिपोर्ट मरीज को उसके व्हाट्सअप नंबर पर उपलब्ध होगी।

    मशीन के मदद से दांतों के 36 हार्ड टिश्यू और दो साफ्ट टिश्यू के बारे में जान सकेंगे। रिपोर्ट में मरीज को दांतों की स्थिति के आधार पर किस तरह के उपचार की जरूरत और अगले छह महीने बाद दांतों की कैसी स्थिति होगी उसको लेकर भी सूचना मिलेगी।

    स्कैनओ एयर की खासियत

    • एआई और स्मार्ट सेंसर तकनीक से लैस
    • 10 सेकंड में दांतों-मसूड़ों की जांच रिपोर्ट
    • 16 क्षेत्रीय भारतीय भाषाओं में वाइस असिस्टेंस की सुविधा
    • उपचार संबंधी वीडियो गाइडेंस और अप्वाइंटमेंट शेड्यूल सुविधा
    • पोर्टेबल डिज़ाइन, पहियों के साथ, अलग-अलग ऊंचाई सेट करने की सुविधा
    • दो हिस्सों में अलग किया जा सकने वाला डिज़ाइन, आसान ट्रांसपोर्ट के लिए