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भारत-पाक मैच के बाद क्रिकेटर मुहम्मद शमी को ट्रोल करने के पीछे सामने आ रहे कई राज, छनकर आई ये सूचनाएं

रविवार की रात दुबई में भारत-पाक टी-20 के नतीजे के बाद इंटरनेट मीडिया पर भी इसकी झलक देखने को मिली लेकिन जिस तरह इसे मुहम्मद शमी से जोड़ते हुए सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश हुई उसे लेकर सरकार और एजेंसियां भी हैरान हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Wed, 27 Oct 2021 04:06 PM (IST)Updated: Wed, 27 Oct 2021 04:06 PM (IST)
दुबई में भारत-पाक टी-20 के नतीजे के बाद इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश हुई।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। क्रिकेट हमेशा से भारत में एक जुनून रहा है और हर जीत हार के साथ क्रिकेट प्रेमियों का खिलाड़ियों पर प्यार और गुस्सा उमड़ता-भड़कता रहा है। बात भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच की हो, तब तो इसका अंत ही नहीं। रविवार की रात दुबई में भारत-पाक टी-20 के नतीजे के बाद इंटरनेट मीडिया पर भी इसकी झलक देखने को मिली, लेकिन जिस तरह इसे मुहम्मद शमी से जोड़ते हुए सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश हुई, उसे लेकर सरकार और एजेंसियां भी हैरान हैं।

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दरअसल पूरे तार को जोड़कर देखने के बाद यह बात सामने आ रही है कि कुछ लोगों ने गलत कमेंट जरूर किए, लेकिन गाली गलौज कई अन्य भारतीय खिलाड़ियों के इंस्टाग्राम पर भी थे। उससे भी अहम बात यह है कि शमी को ट्रोल करने वालों में कुछ लोग पाकिस्तान के भी थे और शंका है कि वहां की कुछ एजेंसियां भी इसमें शामिल थीं।

राहत की बात है कि भारत में नए आइटी नियम के बाद इंटरनेट मीडिया का व्यवहार संतुलित हो रहा है, लेकिन यूजर्स का रुख बहुत नहीं बदल रहा। भारत-पाक मैच के बाद कुछ ने कश्मीर सहित कुछ अन्य हिस्सों में छोड़े गए पटाखे की बात की तो कुछ ने शमी सहित अन्य खिलाड़ियों पर गुस्सा उतारा। एआइएमआइएम मुखिया असद्दुदीन ओवैसी ने समय गंवाए बिना इसे भारत में मुस्लिमों के हालात से जोड़ दिया तो कुछ ने विदेशी मीडिया में लेख लिखकर भी यह बताने मे देर नहीं की कि भारत में किस तरह सांप्रदायिकता को लेकर आक्रामकता है।

पूरे घटनाक्रम के बाद इंटरनेट मीडिया को खंगालने वाले लोगों का मानना है कि शमी के मामले को जानबूझकर तूल दिया गया। ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा थी, जो शमी की आलोचना किए जाने से नाराज थे। कुछ कारणों से आग इतनी भड़की कि सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, हरभजन जैसे क्रिकेटरों को शमी के लिए उतरना पड़ा।

सूत्रों का मानना है कि इस पूरे मसले में पाक का भी हाथ हो सकता है। कुछ नाम बदलकर तो कुछ खुद के नाम से पाकिस्तान से कई ट्वीट और इंस्टाग्राम पोस्ट पर शमी को या तो बधाई दी गई या फिर उन्हें आइएसआइ एजेंट कहा गया। पाकिस्तान स्ट्रैटजिक फोरम के नाम से एक ट्वीट हुआ, जिसमें एक फोटो के माध्यम से यह बताया गया कि शमी ने सबका काम लगा दिया। यानी जानबूझकर इसे भड़काने की कोशिश हुई।


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