दक्षिणी दिल्ली में 85 रुपये लूटने के बाद शख्स ने किया हाई वोल्टेज ड्रामा, पुलिस पर तान दी बंदूक
पुलिस ने कहा कि दमन अरोड़ा ने रविवार को डिफेंस कॉलोनी में घटना से पहले 85 रुपये के ऑटो-रिक्शा चालक को लूट लिया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। दक्षिणी दिल्ली में हैरान कर देने वाली एक घटना सामने आयी है। हैरानी वाली बात यह रही कि इस क्राइम को किसी पेशेवर अपराधी ने नहीं बल्कि चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े एक शख्स ने अंजाम दिया। पुलिस ने इस बारे में खुलासा करते हुए कहा कि यह शख्स एक ऑटो रिक्शा बुक करके एंड्रयूज गंज से डिफेंस कॉलोनी गया। इसी दौरान ऑटो रिक्शा चालक पर बंदूक तानकर उससे 85 रुपये छीन लिए।
डीसीपी अतुल कुमार ने बताया कि आरोपित दमन अरोड़ा ( Daman Arora) ने ऑटो चालक को वापस बस स्टैंड पर छोड़ने को कहा। इसी बीच ऑटो चालक ने समझदारी दिखाते हुए पास में तैनात पुलिसकर्मियों के पास पहुंच गया और उन्हें घटना की जानकारी दी। इस बीच आरोपित ने बंदूक पुलिसकर्मियों पर बंदूक तान कर धमकी भरे अंदाज में कहा कि दूर रहो वरना गोली मार दूंगा। बीच-बीच में वह खुद को भी गोली से उड़ाने की धमकी देता रहा। हालांकि पुलिस वाले बार-बार उसे समझाते रहे।
इसी बीच एक पुलिसकर्मी ने मौका देखकर उसे पीछे से पकड़ लिया और बंदूक छीन ली। इस पूरी घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। पुलिस ने बताया कि वारदात में इस्तेमाल होने वाली बंदूक और लूटे गए 85 रूपये बरामद कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपित की बाइक एंड्रयूज गंज से बरामद की गई। शुरूआती जांच में यह पता चला है कि अरोड़ा ने यह बंदूक जामिया नगर के एक शख्स से खरीदी थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लोग ने दबोचा वाहन चोर, पुलिस ने पकड़े दो साथी
घर के बाहर से बाइक चोरी करके भाग रहे एक बदमाश को पीड़ित ने लोग की मदद से दबोच लिया। तिमारपुर थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद उसके दो और साथियों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से चोरी की एक स्कूटी भी बरामद की गई है। आरोपितों की पहचान कापसहेड़ा निवासी राहुल, अनुज कुमार और बिजवासन निवासी विमल राठौर के रूप में हुई है। डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने बताया कि 26 जुलाई को सुबह करीब सवा पांच बजे पीसीआर से सूचना मिलने पर
तिमारपुर के एएसआइ संजीव कुमार दिल्ली के गांधी विहार पहुंचे। यहां लोग ने उन्हें एक वाहन चोर को सौंपा। गांधी नगर के रहने वाले आनंद कुमार ने पुलिस को बताया कि 25 जुलाई की रात में उसने घर के बाहर बाइक खड़ी की थी। 26 की सुबह करीब 5 बजे शोर सुनकर बाहर निकले तो देखा कि तीन बदमाश उनकी बाइक लेकर भाग रहे थे। लोग की मदद से उनमें से एक आरोपित राहुल को दबोच लिया गया।