पत्नी की हत्या के बाद 150 किमी दूर तक शव के साथ घूमता रहा पति, टैक्सी ड्राइवर ने खोली पोल
टैक्सी चालक को उस पर शक हो गया था, जिसके बाद उसने वापस आकर पल्ला चौकी प्रभारी एसआइ बसंत कुमार को सूचना दे दी। ...और पढ़ें

फरीदाबाद [ जेएनएन ] । सराय ख्वाजा क्षेत्र में 28 अप्रैल को पत्नी की हत्या कर शव को अलीगढ़ में अपने पैतृक गांव ले जाकर दफनाने वाले अकाउंटेंट जयप्रकाश का दुस्साहस देखकर पुलिस भी हैरान है। वह छोटे भाई अमित की मदद से शव को एक टैक्सी में करीब 150 किलोमीटर दूर अपने गांव लेकर पहुंचा था।
टैक्सी चालक को उसने कहा था कि पत्नी की तबीयत खराब है, उसे गांव लेकर जा रहा है। उसके दुस्साहस ने ही उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। टैक्सी चालक को उस पर शक हो गया था, जिसके बाद उसने वापस आकर पल्ला चौकी प्रभारी एसआइ बसंत कुमार को सूचना दे दी।
एसआइ बसंत कुमार ने आरोपित को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर उसके गांव में खेत में गड़ा शव बरामद कर लिया है। शव दफनाने में आरोपित के पिता चंद्रप्रकाश ने भी सहायता की थी, पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने दोनों को दो दिन की रिमांड पर लेकर पता कर रही है कि हत्या में और कौन-कौन शामिल हैं। छोटा भाई अमित फरार है।
पुलिस ने विवाहिता के पिता बुलंदशहर निवासी रामपाल की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ हत्या व दहेज प्रताडऩा की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। मूलरूप से अलीगढ़ के गांव सूरजपुर, चंडौस निवासी जयप्रकाश की शादी बुलंदशहर निवासी चेतना के साथ चार साल पहले हुई थी।
जयप्रकाश यहां सराय ख्वाजा में दो भाइयों के साथ रहता है, वहीं पिता चंद्रप्रकाश गांव में खेतीबाड़ी करता है। बड़े भाई की शादी हो चुकी है, जबकि छोटा अमित अविवाहित है। जयप्रकाश के तीन व एक साल के दो बच्चे हैं, वह करोल बाग दिल्ली में एक सराफ के पास अकाउंटेंट के तौर पर काम करता है।
चेतना के पिता रामपाल का आरोप है कि जयप्रकाश दहेज को लेकर आए दिन झगड़ा करता था। जिसके चलते उसने उनकी बेटी की हत्या की। वहीं आरोपित ने पुलिस को बताया है कि 28 अप्रैल की रात उसका पत्नी चेतना के साथ झगड़ा हो गया था। गुस्से में उसने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी।
सराय ख्वाजा क्षेत्र में 28 अप्रैल को पत्नी की हत्या कर शव को अलीगढ़ में अपने पैतृक गांव ले जाकर दफनाया

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