एक्टर गोविंद नामदेव ने FB पर लिखा- इब्राहिम अल्काजी न मिलते तो होम गार्ड की नौकरी कर रहा होता
अल्काजी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) में सबसे लंबे समय तक निदेशक के पद पर रहे। उन्होंने गिरीश कर्नाड के तुगलक धर्मवीर भारती के अंधायुग जैसे लोकप्रिय नाटकों का निर्माण किया।
नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। मशहूर रंगकर्मी और देश के विख्यात शिक्षक इब्राहिम अल्काजी के निधन पर फिल्म और टेलीविजन के मशहूर एक्टर गोविंद नामदेव ने भी अपनी ओर से भावभीनी श्रद्धांजली दी है। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि अगर अल्काज़ी साहब मुझे नहीं मिले होते तो आज मैं होम गार्ड की नौकरी कर रहा होता। गौरतलब है कि मशहूर रंगकर्मी इब्राहिम अल्काजी का मंगलवार दोपहर को निधन हो गया। अल्काजी के बेटे ने बताया कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, इसके बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। अल्काजी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) में सबसे लंबे समय तक निदेशक के पद पर रहे।
इब्राहिम अल्काजी के निधन पर फिल्म इंडस्ट्री के साथ थिएटर जगत के कलाकारों ने भी शोक जताया। इसी कड़ी में गोविंद नामदेव ने फेसबुक पर पोस्ट किया है- अल्काज़ी साहब। आपकी यादों को मैं प्रणाम करता हूं। 1985 में लंदन से भेजा हुआ आपका स्नेह-क़लम आज भी सुरक्षित है मेरे पास। इसका महत्व सिर्फ़ मेरा हृदय ही जानता है।आपकी पवित्र आत्मा को परमात्मा के चरणों में जगह मिले,ऐसी दुआ करता हूं। आमीन।' इसी पोस्ट में गोविंद नामदेव ने यह भी लिखा है- 'अगर अल्काज़ी साब मुझे ना मिले होते तो आज मैं Home Guard की नौकरी कर रहा होता। आज मैं जो-कुछ भी हूं,बस,अल्काज़ी साब की बदौलत। ये ज़िंदगी उन्हीं की क़र्ज़दार है।
इब्राहिम अल्काजी ने गिरीश कर्नाड के 'तुगलक, धर्मवीर भारती के 'अंधायुग जैसे लोकप्रिय नाटकों का निर्माण किया। उन्होंने कलाकारों की कई पीढ़ियों को अभिनय की बारीकियां सिखाई। इनमें नसीरुद्दीन शाह और ओम पुरी जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
यहां पर बता दें कि दिल्ली स्थित इकलौते राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के गठन ने इब्राहिम अल्काजी का अहम योगदान रहा है। यहां से अभिनय का प्रशिक्षण प्राप्त कर निकले छात्र देश दुनिया में अपनी कलाकारी का जादू बिखेर रहे हैं। इब्राहिम अल्काजी के पुत्र फैजल अल्काजी भी रंगकर्म से जुड़े हैं, तो बेटी अमाल अलाना तो 'मुल्ला नसीरुद्दीन' जैसा चर्चित सीरियल दे चुकी है। वह रंगकर्म में फिलहाल भी सक्रिय हैं।
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