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    आसान नहीं है दिल्ली की राह, पंजाब में जीत का कितना होगा फायदा? पढ़ें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

    Updated: Sun, 24 Nov 2024 11:59 AM (IST)

    आम आदमी पार्टी की पंजाब में जीत के बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव में उसके प्रदर्शन को लेकर चर्चा तेज हो गई है। जानकारों का मानना है कि आप के लिए इस बार राह आसान नहीं होगी। भाजपा केजरीवाल पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को मुद्दा बनाने की तैयारी में है। आप भी इसे भांप कर अतिरिक्त मेहनत की तैयारी में जुट गई है।

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    पंजाब में तीन सीट की जीत आप के लिए संजीवनी।

    वी के शुक्ला, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी को पंजाब विधानसभा उपचुनाव में चार में से तीन सीटें मिल गई हैं, आप इससे उत्साहित है और दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले इसे सेमीफाइनल भी बता रही है। मगर राजनीति के जानकार आप के लिए इस बार राह आसान नहीं मान रहे हैं।

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    उनकी मानें तो इस बार जिस तरह आप नेता जेल जाकर बाहर आए हैं, उससे माहौल बिगड़ा है और खासकर केजरीवाल के जेल जाने से उनकी छवि को नुकसान भी हुआ है। भाजपा इसे ही मुद्दा बनाने की तैयारी में है। आप भी इसे भांप कर अतिरिक्त मेहनत की तैयारी में जुट गई है।

    और भी विधायकों के टिकट कटने के संकेत

    इसी रणनीति के तहत आप अब तक अपने तीन विधायकों के टिकट काट चुकी है, अभी और भी विधायकाें के टिकट कटने के आप से संकेत दिए हैं। आप नेतृत्व इस बार उन्हीं लोगों को मैदान में उतार रहा है, जिन पर उन्हें जीतने का पूरा भरोसा है और जाे उनके सर्वे में फिट बैठ रहा है। इसी के चलते अब तक आप भाजपा के तीन-तीन नेताओं को पार्टी में शामिल करा चुकी है और सबसे पहले उन्हें टिकट देने की घोषणा भी कर चुकी है।

    भ्रष्टाचार के आरोपों को आधार बनाकर मैदान में उतरने की तैयारी

    आप ने जो 11 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं उनमें से ज्यादातर उनके पास नहीं हैं। अब अगर आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव की बात करें तो भाजपा इस बार केजरीवाल पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को आधार बनाकर चुनाव में उतरने की तैयारी में है। उस समय उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया, संजय सिंह के बाद उस समय मुख्यमंत्री रहते हुए अरविंद केजरीवाल भी जेल में रह कर आए हैं। आप भी यह बात कह रही है कि भाजपा ने अरविंद केजरीवाल की छवि खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

    गहलोत के पार्टी छोड़ने से बढ़ी मुश्किलें

    मुख्यमंत्री आवास में अनियमितताओं का मुद्दा भी भाजपा उठा रही है। भाजपा भ्रष्टाचार को हथियार बनाकर चुनाव में उतरनी की तैयारी में है। इसी दौरान केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत आप से इस्तीफा देकर एकाएक भाजपा में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में केजरीवाल के लिए इस चुनाव में चुनौती बढ़ चुकी है।

    ईमानदारी को हथियार बना रहे आप नेता

    उधर आप का कहना है कि जनता जानती है कि केजरीवाल ईमानदार हैं। केजरीवाल भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर यह घोषणा कर चुके हैं फिर से अगर जनता उन्हें चुनेगी तभी वह मुख्यमंत्री बनेंगे, केजरीवाल भी सार्वजनिक मंचों से घोषणा कर चुके हैं कि जनता उन्हें उन्हें ईमानदार मानती है तो उन्हें वोट दे। आप का कहना है कि केजरीवाल ईमानदार हैं, तभी इतनी बड़ी बात कह पा रहे हैं।

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