AAP की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन, सीएम केजरीवाल समेत इन 34 नेताओं को मिली जगह
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल के नेतृत्व में गठित हुई नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में देश के उन पांच राज्यों के नेताओं को प्रमुखता दी गई है जहां चुनाव होने वाले हैं। इसमें उत्तराखंड से कर्नल अजय कोठियाला पंजाब से भगवंत मान समेत अन्य शामिल हैं।

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में गठित हुई नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में देश के उन पांच राज्यों के नेताओं को प्रमुखता दी गई है जहां चुनाव होने वाले हैं। इसमें उत्तराखंड से कर्नल अजय कोठीयाल, पंजाब से भगवंत मान समेत अन्य शामिल हैं। इन सभी को आने वाले चुनाव के लिए अभी से पार्टी की साख मजबूत करनी होगी।
शनिवार को आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक दिल्ली में संपन्न हुई। इस दौरान नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों का चुनाव किया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल समेत कुल 34 सदस्यों को नई कार्यकारिणी में जगह दी गई है।
इस बार की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उत्तराखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और पंजाब के आम आदमी पार्टी के नेताओं को भी सदस्य बनाया गया है। इन राज्यों के नेताओं को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह देने का खास मकसद आगामी पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में मजबूती प्रदान करना है। वहीं कार्यकारिणी में दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल के तमाम बड़े चेहरे, राज्यसभा सदस्य, पार्टी के तमाम बड़े नेता और प्रवक्ता भी शामिल हैं।
आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में ये है सदस्य
- अरविंद केजरीवाल
 - मनीष सिसोदिया
 - सत्येंद्र जैन
 - गोपाल राय
 - इमरान हुसैन
 - राखी बिड़ला
 - आतिशी
 - दुर्गेश पाठक
 - राघव चड्ढा
 - एन डी गुप्ता
 - दिलीप पांडेय
 - संजय सिंह
 - प्रीति मेनन
 - पंकज गुप्ता
 - राजेन्द्र पाल गौतम
 - दिनेश मोहनिया
 - गुलाब सिंह
 - कैप्टन शालिनी सिंह
 - आदिल खान
 - बलजिंदर कौर
 - अमन अरोरा
 - हरपाल चीमा
 - सरबजीत कौर मनुके
 - डा अल्ताफ आलम
 - महेश बाल्मीकि
 - नीलम यादव
 - इशुदान गाधवी
 - पृथ्वी रेड्डी
 - गोपाल इटालिया
 - भगवंत मान
 - सुशील गुप्ता
 - कर्नल अजय कोठीयाल
 - राहुल म्हामरे
 - वेन्जे वेगस
 
पद की इच्छा न करें कार्यकर्ता
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने शनिवार को पार्टी की 10वीं राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कार्यकर्ताओं को स्पष्ट संदेश दिया कि कार्यकर्ता पद की इच्छा न करें, बल्कि ऐसा काम करें कि पार्टी उनके पास जाकर कहे कि आप यह पद ले लें। उन्होंने साफ किया कि जो लोग पद मांगते हैं, उनकी नजर में वे पद के काबिल नहीं होते। पद की लालसा और इच्छा छोड़नी पड़ेगी। नहीं तो भाजपा, कांग्रेस और आप में कोई फर्क नहीं रह जाएगा और हमें यही नहीं होने देना है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सत्ता से पैसा और पैसे से सत्ता की राजनीति को बदलने आई है। दिल्ली में सरकार चलाने के बाद अब देश भर के लोगों को लगने लगा है कि आम आदमी पार्टी ही एक अकेली उम्मीद है। केजरीवाल ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह और बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर को पार्टी का आदर्श बताते हुए कहा कि हमें इनके बताए मार्ग पर चलना है।
येन-केन-प्रकारेण सत्ता पाना पार्टी का मकसद नहीं
आप संयोजक ने कहा कि अन्ना हजारे कहते थे, अभी तक हमारे देश में यह प्रथा रही है कि सत्ता से पैसा, पैसे से सत्ता। आम आदमी पार्टी इस राजनीति को बदलने के लिए आई है। आम आदमी पार्टी देश के लिए बनी है। समाज के लिए बनी है। येन-केन-प्रकारेण, सही-गलत तरीके से सत्ता पाना पार्टी का मकसद नहीं है। पिछले सात-आठ साल के कार्यकाल में जनता ने यह देख भी लिया है।

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