Delhi Cylinder Blast: सिलिंडर फटने से चार मंजिला इमारत में लगी भीषण आग, चपेट में आई महिला की झुलसने से मौत
नबी करीम इलाके में एक चार मंजिला इमारत में भीषण आग लगने से एक महिला की मौत हो गई और दो दमकलकर्मी घायल हो गए। आग पहली मंजिल पर लगी और तेजी से पूरी इमारत में फैल गई। दमकल विभाग की चार गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन इस दौरान एलपीजी सिलेंडर फट गया जिससे चौथी मंजिल पर रह रही महिला की मौत हो गई।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मध्य जिले के नबी करीम थाना क्षेत्र के मोतिया खान इलाके में रविवार दोपहर एक चार मंजिला मकान में आग लग गई। आग बढ़ते-बढ़ते पूरी इमारत में फैल गई और दमकल विभाग को घटना की सूचना दी गई। सूचना पर दमकल की चार गाड़ियों को मौके पर भेजा गया।
दमकलकर्मी आग बुझा ही रहे थे तीसरी मंजिल पर रखा एलपीजी सिलेंडर फट गया, जिसमें चौथी मंजिल पर रह रही एक महिला की झुलसने से मौत हो गई। मृतका की पहचान हेमलता के रूप में हुई है, जिसका कड़ी मशक्कत के बाद शव निकाल मोर्चरी में रखवा दिया गया है।
हादसे में घरेलू सिलेंडर फटने से दो दमकलकर्मी भी झुलसने से घायल हो गए। एसटीओ रविंदर सिंह और फायर अधिकारी वेद को तुरंत आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार जारी है।
शुरुआती जांच में आशंका व्यक्त की जा रही है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी। इसके बाद आग ने पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। पुलिस ने इमारत से छह एलपीजी सिलेंडर फूली हुई हालत में निकाले हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
किस फ्लोर में रहता था परिवार?
दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग के मुताबिक, रविवार दोपहर 3.01 बजे सूचना मिली थी कि मोतिया खान मकान नंबर-10554 में आग लग गई है। सूचना मिलते ही पुलिस के अलावा दमकल की चार गाड़ियां को यहां भेजा गया। करीब 25 गज की चार मंजिला इमारत में आग लगी थी।
ग्राउंड फ्लोर पर यहां दुकान थी जबकि पहली मंजिल पर एक दफ्तर बना हुआ था। दूसरी मंजिल पर हरिदर्शन और उनका परिवार रहता है, जबकि मकान की चौथी मंजिल पर हरिदर्शन की मां विमला और बह बहन हेमलता रहती थीं। तीसरी मंजिल पर समान के अलावा इन लोगों ने रसोई बनाई हुई है।
रविवार को छुट्टी होने की वजह से भूतल और पहली मंजिल पर ताला लगा था। हरिदर्शन पर परिवार के साथ किसी रिश्तेदारी में गए थे। इनकी मां विमला देवी सतसंग में गई थीं। वहीं पूरी इमारत में हेमलता अकेले मौजूद थीं। आग लगने के समय वह चौथी मंजिल पर सो रही थीं। इस दौरान वह हादसे का शिकार हो गईं।
पहली मंजिल पर लगी आग पूरी इमारत में फैल गई
आग की सूचना मिलने के बाद दमकल अधिकारी एडीओ राजेश शुक्ला टीम के साथ वहां पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि पहली मंजिल पर लगी आग धीरे-धीरे ऊपर पहुंच रही थी। इस बीच जैसे ही उनकी टीम वहां पहुंची अचानक तीसरी मंजिल पर रखे एलपीजी सिलेंडर में धमाका हो गया।
ब्लास्ट से तीसरी मंजिल की दीवार के परखच्चे उड़ गए। आग ने पूरी इमारत को अपने कब्जे में ले लिया। इस बीच बचाव के दौरान दो दमकल कर्मी झुलस गए। आसपास की कई इमारतों को खाली करवा लिया लिया गया। बाद में किसी तरह आग पर काबू पाया गया। इसके बाद चौथी मंजिल से हेमलता का शव बरामद किया गया। शव को आरएमएल अस्पताल की मोर्चरी भेजा गया है।
मृतका के पति का हो गया था निधन
हेमलता अपने पति के साथ बदरपुर इलाके में रहती थीं। वर्ष 2021 में इनके पति की मौत हुई तो इन्होंने अपनी मां के साथ मोतिया खान इलाके में रहना शुरू कर दिया। हेमलता की कोई संतान नहीं थी। भाई हरिदर्शन ने बताया कि हादसे की सूचना मिलने के बाद वह मौके पर पहुंचे।
उन्होंने इमारत में घुसने का प्रयास किया, जिससे उनको मामूली लपटे लगीं। आग से पूरा घर जलकर खाक हो गया। अब हरिदर्शन के परिवार को चिंता सता रही थी कि वह कहां रहेेगे। वहीं बेटी की मौत के बाद विमला देवी का रो-रोकर बुरा हाल था।
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