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    देश में आएगा 50 रुपये का सिक्का? केंद्र सरकार ने दिल्ली HC को कर दिया साफ

    Updated: Thu, 10 Jul 2025 06:00 AM (IST)

    केंद्र सरकार ने दिल्ली उच्च न्यायालय में नेत्रहीनों के लिए 50 रुपये के सिक्के जारी करने की याचिका पर जवाब दिया। सरकार ने कहा कि फिलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है क्योंकि लोग नोटों को प्राथमिकता देते हैं। आरबीआई के सर्वेक्षण में भी यही बात सामने आई थी। सरकार ने दृष्टिबाधितों के लिए उठाए गए अन्य कदमों की जानकारी दी जिसमें नए सिक्के और मनी ऐप शामिल हैं।

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    50 रुपये का सिक्का लाने की नहीं कोई योजना: हाई कोर्ट। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। नेत्रहीनों के लिए आसानी से पहचान योग्य 50 रुपये या उससे कम मूल्य के सिक्के जारी करने का निर्देश देने की मांग वाली याचिका पर केंद्र सरकार ने बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट में जवाब दाखिल किया।

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    केंद्र सरकार ने मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय व न्यायमूर्ति अनीश दयाल की पीठ के समक्ष कहा कि फिलहाल 50 रुपये का सिक्का लाने की कोई योजना नहीं है, क्योंकि आमजन इस मूल्य वर्ग में नोटों को प्राथमिकता देते हैं।

    मामले पर सुनवाई के दौरान पीठ ने नोट किया कि मामले में सरकार द्वारा दाखिल हलफनामा रिकार्ड पर नहीं है। अदालत ने रजिस्ट्री को हलफनामा को रिकॉर्ड पर लाने का निर्देश देते हुए सुनवाई स्थगित कर दी।

    वित्त मंत्रालय के सिक्का और मुद्रा प्रभाग के अवर सचिव द्वारा दाखिल हलफनामे में कहा गया कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने 2022 में एक सर्वे किया था, जिसमें 10 और 20 रुपये की राशि के लिए लोगों द्वारा नोटों को सिक्कों से ज्यादा पसंद किया जाना सामने आया।

    इसके आधार पर 50 रुपये का सिक्का लाने की कोई योजना नहीं बनाई गई। सरकार ने कहा कि 2019 में एक नई श्रृंखला के सिक्के जारी किए गए थे। यह भी कहा कि 2016 में जारी नई श्रृंखला के नोटों में आंशिक दृष्टिबाधितों के लिए तेज रंगों का उपयोग और पूर्ण दृष्टिबाधितों के लिए उभरी छपाई (इंटालियो प्रिंटिंग) जैसे स्पर्श-सहायक चिन्ह शामिल किए गए हैं, लेकिन 10, 20 और 50 रुपये के नए नोटों में यह सुविधा नहीं है।

    हालांकि, इसके अलावा दृष्टिबाधितों के लिए 2020 में मोबाइल ऐप मनी (मोबाइल एडेड नोट आइडेंटिफायर) लॉन्च किया गया था, जिससे वे नोट की पहचान कर सकें।