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    चौंकानेवाले आंकड़े! दिल्ली में हर दिन होते हैं 24 सड़क हादसे, हर छह घंटे में होती है एक शख्स की मौत

    Updated: Tue, 15 Jul 2025 05:11 AM (IST)

    दिल्ली में पैदल चलने वालों के लिए खतरा बढ़ गया है। सड़क दुर्घटनाओं में हर छह घंटे में एक पैदल यात्री की मौत हो रही है। तेज गति लापरवाही और सुरक्षा उपायों की कमी के कारण हर दिन 24 राहगीर हादसों का शिकार हो रहे हैं। असुरक्षित फुटपाथ और ब्लैक स्पॉट्स स्थिति को और गंभीर बना रहे हैं। सुरक्षा के लिए जेब्रा क्रॉसिंग का उपयोग और जागरूकता अभियान जरूरी हैं।

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    दिल्ली में हर दिन 24 सड़क दुर्घटना, हर छह घंटे में एक मौत।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी पैदल यात्री के लिए सबसे अधिक संवेदनशील हैं, यहां सड़क दुर्घटनाओं में हर छह घंटे में एक पैदल सड़क दुर्घटना में अपनी जान गंवा देता है। यह सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली कुल मौत का औसतन 44 प्रतिशत है। दिल्ली में हर दिन 24 राहगीर सड़क हादसों का शिकार हो रहे हैं, यानी हर घंटे एक हादसा।

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    राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े इस गंभीर समस्या की गहराई को उजागर करते हैं। बताते हैं कि तेज रफ्तार, लापरवाही और अपर्याप्त सड़क सुरक्षा उपाय इन दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण हैं। यह स्थिति गंभीर चुनौती बन गई है।

    दिल्ली में प्रति घंटे होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की वर्षवार स्थिति

    साल 2022

    • कुल सड़क दुर्घटना में मृत्यु: 1,461 (दिल्ली ट्रैफिक पुलिस)
    • कुल घायल: 5,652 दुर्घटनाओं में 6,086 घायल
    • पैदल यात्रियों की मृत्यु: 629

    साल 2023

    • कुल सड़क दुर्घटना मृत्यु: 1,257 (दिल्ली पुलिस, रोड क्रैश फटैलिटीज़ रिपोर्ट 2023)
    • कुल मृत्यु : 1,257, यानी, हर 7 घंटे में औसतन 1 मृत्यु
    • पैदल यात्रियों की मृत्यु: 540 मृत्यु (लगभग 43 प्रतिशत )
    • कुल घायल: 5,834 दुर्घटनाओं में 4,62,825 घायल
    • 30 साइकिल चालकों की भी मृत्यु हुई

    साल 2024

    • कुल सड़क दुर्घटना मुत्यु 1,504, हर छह घंटे में औसतन 1 मृत्यु
    • पैदल यात्रियों की मृत्यु : 646 पैदल यात्री मृत्यु
    • कुल घायल: 6,632 दुर्घटनाओं में 5,11,456 घायल

    कारण

    1. दिल्ली में कई क्षेत्रों में अपर्याप्त फुट ओवरब्रिज, पैदल यात्री क्रासिंग की कमी, फुटपाथ संकरे, टूटे-फूटे या नहीं हैं। पैदल यात्रियों को सड़क पर चलने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जिससे दुर्घटना का जोखिम बढ़ता है।
    2. वाहन चालकों द्वारा तेज गति और लापरवाही, विशेष रूप से व्यस्त सड़कों पर, पैदल यात्रियों के लिए बड़ा खतरा है।
    3. पैदल यात्री अक्सर जेब्रा क्रासिंग, फुट ओवरब्रिज का उपयोग नहीं करते और सड़क को गलत तरीके से पार करते हैं। चालकों द्वारा ट्रैफिक सिग्नल तोड़ना भी आम है।
    4. ब्लैक स्पाट्स और भीड़भाड़: दिल्ली में मुकरबा चौक, कश्मीरी गेट जैसे 10 ब्लैक स्पाट्स चिन्हित हैं, जहां भीड़ और अव्यवस्थित ट्रैफिक के कारण पैदल यात्री हादसों का शिकार होते हैं।
    5. रात में कम दृश्यता:अपर्याप्त स्ट्रीट लाइटिंग रात के समय हादसों को बढ़ाता है, विशेष रूप से हिट एंड रन मामलों में।

    सुझाव

    1. जेब्रा क्रासिंग और फुट ओवरब्रिज का उपयोग
    2. पैदल यात्री जेब्रा क्रॉसिंग या फुट ओवरब्रिज का उपयोग करें।
    3. सड़क पार करने से पहले दोनों दिशाओं में ट्रैफिक की जांच करें।
    4. स्कूलों, समुदायों और सार्वजनिक स्थानों पर सड़क सुरक्षा अभियान चलाएं
    5. पैदल यात्रियों को ट्रैफिक नियमों और सुरक्षित व्यवहार की जानकारी दी जाए।
    6. सरकार को चौड़े, सुरक्षित फुटपाथ, अच्छी तरह से चिह्नित जेब्रा क्रॉसिंग और पर्याप्त फुट ओवरब्रिज बनाने चाहिए।
    7. ब्लैक स्पाट्स पर विशेष ध्यान देना जरूरी, रात में दृश्यता बढ़ाएं, सड़कों पर स्ट्रीट लाइटिंग, रिफ्लेक्टिव साइनबोर्ड बढ़ाने चाहिए।