Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    परिवार से नाराज 13 साल की लड़की रहस्यमयी तरीके से हुई गायब, दिल्ली क्राइम ब्रांच ने सनसनीखेज ऑपरेशन में ढूंढा!

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 01:21 PM (IST)

    दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक 13 वर्षीय लड़की को ढूंढ निकाला है जो अपने परिवार से नाराज होकर रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थी। परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने तकनीकी जांच और खुफिया जानकारी के आधार पर लड़की को सुरक्षित ढूंढ निकाला। लड़की के मिलने से परिवार में खुशी का माहौल है।

    Hero Image

    क्राइम ब्रांच ने बच्ची को परिवार से मिलवाया। फाइल फोटो

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 23 अक्टूबर 2025: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने एक 13 वर्षीय नाबालिग लड़की को सफलतापूर्वक ढूंढकर उसके परिवार से मिला दिया है। यह लड़की 18 अक्टूबर 2025 से शाहबाद डेयरी थाना क्षेत्र से लापता थी। इस मामले में शाहबाद डेयरी थाने में 18 अक्टूबर 2025 को बीएनएस की धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज किया गया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, क्योंकि पीड़िता नाबालिग थी, क्राइम ब्रांच की टीम ने इस मामले को गंभीरता से लिया। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर नीरज शर्मा, सब-इंस्पेक्टर बलराज, हेड कांस्टेबल अशोक और महिला कांस्टेबल सोनम की एक समर्पित टीम ने इस मामले में लगातार प्रयास किए।

    टीम ने पीड़िता के माता-पिता, रिश्तेदारों और दोस्तों से जानकारी एकत्र की, साथ ही कॉल डिटेल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया। तकनीकी निगरानी, क्षेत्रीय सत्यापन और महिला कांस्टेबल सोनम द्वारा दी गई विशेष जानकारी के आधार पर, टीम ने रोहिणी के सेक्टर-25 के पास से लड़की को सुरक्षित ढूंढ निकाला।

    जांच के निष्कर्ष

    जांच के दौरान पता चला कि नाबालिग लड़की अपने परिवार से नाखुश थी और बिना किसी को सूचित किए घर से चली गई थी। उसे सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया गया और आगे की कानूनी कार्रवाई व कार्यवाही के लिए संबंधित स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया।

     

    पीड़िता के परिवार और स्थानीय पुलिस ने क्राइम ब्रांच की इस त्वरित और समन्वित कार्रवाई की सराहना की। इस त्वरित बरामदगी से न केवल परिवार को राहत मिली, बल्कि क्षेत्र में कानून प्रवर्तन पर पड़ने वाले दबाव को भी कम करने में मदद मिली। एसीपी/एनआर-द्वितीय श्री नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।