Move to Jagran APP

मुख्य सचिव के साथ बदसलूकी मामले में घेरे में आ सकते हैं CM केजरीवाल व सिसोदिया

सीएम हाउस में मौजूद सभी लोग साजिश का हिस्सा हैं, इसलिए वीके जैन जांच के लिहाज से सबसे अहम शख्स हैं जो जो साजिश के बारे में खुलासा कर सकते हैं।

By Amit MishraEdited By: Published: Wed, 21 Feb 2018 05:09 PM (IST)Updated: Thu, 22 Feb 2018 08:11 AM (IST)
मुख्य सचिव के साथ बदसलूकी मामले में घेरे में आ सकते हैं CM केजरीवाल व सिसोदिया
मुख्य सचिव के साथ बदसलूकी मामले में घेरे में आ सकते हैं CM केजरीवाल व सिसोदिया

नई दिल्ली [जेएनएन]। मुख्य सचिव के साथ सीएम हाउस में हुई बदसलूकी के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बदसलूकी मामले में दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है देर रात हुई बैठक में क्या हुआ, कहीं यह कोई साजिश तो नहीं थी। पुलिस ने इस पूरे मामले की अहम कड़ी वीके जैन से 3 घंटे पूछताछ की है।

loksabha election banner

शिकायत में साजिश का जिक्र 

मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने शिकायत में कहा था कि वीके जैन ने उन्हें सोमवार रात 8 से 11:20 बजे के बीच चार फोन करके आधी रात 12 बजे सीएम हाउस बुलाया था। शिकायत में मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने साजिश का जिक्र किया है। प्रकाश ने कहा है कि सीएम हाउस में मौजूद सभी लोग साजिश का हिस्सा हैं, इसलिए वीके जैन जांच के लिहाज से सबसे अहम शख्स हैं जो जो साजिश के बारे में खुलासा कर सकते हैं।

अहम कड़ी हैं वीके जैन

मामले में पुलिस 'आप' विधायकों के मोबाइल फोन की डिटेल भी जांच रही है। पुलिस इस मामले से जुड़े सभी लोगों से पूछताछ भी कर सकती है जो घटनास्थल पर मौजूद थे। यहां यह भी बता दें कि रिटायर्ड आईएएस वीके जैन फिलहाल सीएम केजरीवाल के एडवाइजर हैं। ऐसे में अगर पूछताछ में सामने आता है कि जैन की सलाह पर ही आधी रात को मीटिंग बुलाई गई थी, तो उन्हें आरोपी भी बनाया जा सकता है।

पुलिस ले सकती है कानूनी सलाह 

फिलहाल इस मामले ने सियासी रंग भी ले लिया है इसलिए पुलिस सीएम केजरीवाल व डिप्टी सीएम के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई में जल्दबाजी नहीं करना चाहती है। जानकारी के मुताबिक बगैर कानूनी सलाह के भी कोई कदम नहीं उठाया जाएगा। मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भी जांच की जा रही है। फुटेज को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।

जांच में अहम है सीसीटीवी फुटेज

पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आखिर क्यों रात को 12 बजे मुख्य सचिव को बुलाया जाना जरूरी था। हमले की साजिश पहले से तो तय नहीं थी। पुलिस का कहना है कि फुटेज के आधार पर पता लगाया जाएगा कि सीएम हाउस में विधायक प्रकाश जरवाल, अमानतुल्लाह खान, मनीष सिसोदिया व अन्य 'आप' नेता कितने बजे आए थे। उसके बाद अंशु प्रकाश कितने बजे पहुंचे और कितने बजे निकले। जांच में सीसीटीवी फुटेज अहम है और उसके आधार पर आरोप के घेरे में आए सभी लोगों की भूमिका का पता लग सकता है।

ये हैं अहम सवाल

- आधी रात को मुख्य सचिव को सीएम हाउस किसके कहने पर बुलाया गया।

- रात 8 से लेकर 11:20 बजे तक 4 फोन करने की क्या जरूरत थी।

- आधी रात को मीटिंग बुलाने की सलाह सीएम को किसने दी।

- आधी रात को ही मीटिंग क्यों बुलाई गई थी, जबकि मुख्य सचिव ने कहा था कि मीटिंग सुबह भी बुलाई जा सकती है।

- मुख्य सचिव का कहना है कि विज्ञापन से जुड़े मुद्दे पर मीटिंग के लिए बुलाया गया था लेकिन सीएम की तरफ से कहा गया है कि मीटिंग राशन के विषय में बुलाई गई थी।

- अगर राशन से जुड़े मसले पर मीटिंग बुलाई गई थी तो क्या फूड एंड सप्लाई विभाग के मंत्री इमरान हुसैन को भी मीटिंग के लिए बुलाया गया था।

यह भी पढ़ें: 'मुख्य सचिव से मारपीट शर्मनाक हरकत, पहले कभी नहीं हुई ऐसी घिनौनी घटना'

यह भी पढ़ें: मुख्य सचिव से बदसलूकी: अमानतुल्लाह ने किया सरेंडर, कई AAP नेता निशाने पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.