अरुण जेटली स्टेडियम में लियोनेल मेस्सी का स्वागत, CM रेखा गुप्ता को देख भीड़ ने लगा दिए 'AQI-AQI' के नारे!
दिल्ली में प्रदूषण के बीच, अरुण जेटली स्टेडियम में लियोनेल मेस्सी के स्वागत के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पहुंचने पर भीड़ ने 'एक्यूआई' के नारे लगा ...और पढ़ें
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अरुण जेटली स्टेडियम में भीड़ ने लगाए एक्यूआई-एक्यूआई के नारे।
पीटीआई, नई दिल्ली। दिल्ली में खतरनाक प्रदूषण के बीच, सोमवार को अरुण जेटली स्टेडियम में फुटबॉल के दिग्गज लियोनेल मेस्सी का स्वागत करने के लिए जब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मंच पर आईं, तो भीड़ के एक हिस्से ने 'एक्यूआई', 'एक्यूआई' के नारे लगाकर उनका स्वागत किया। विजिबिलिटी में भारी गिरावट और धुंध से आसमान का नजारा धुंधला होने के कारण सोमवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 498 तक पहुंच गया और शाम तक 427 पर आ गया।
AAP की दिल्ली इकाई के प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने X पर एक पोस्ट में कहा, "अंतर्राष्ट्रीय शर्म की बात है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के आते ही मेस्सी के लिए उमड़ी भीड़ AQI, AQI के नारे लगाने लगी।"
International Shame
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) December 15, 2025
अंतरराष्ट्रीय बेइज़्ज़ती 🙈
रेखा गुप्ता को देखते ही स्टेडियम में प्रदूषण से परेशान दिल्ली के लोग चीखे- AQI AQI AQI
Crowd for Messi shouts “AQI..AQI..” as soon as Delhi CM Rekha Gupta arrives pic.twitter.com/oUyc0yeTAJ
AAP ने केंद्र और दिल्ली में भाजपा सरकारों पर दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में जहरीली हवा के कारण उत्पन्न स्थिति के प्रति उदासीनता का आरोप लगाया और कहा कि स्थिति आपातकालीन स्तर पर पहुंच गई है। भारद्वाज ने कहा, "जिस देश में हर कोई प्रदूषण की बात कर रहा है, वहां प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर बिल्कुल चुप हैं।"
गुप्ता ने इससे पहले कहा था कि उनकी सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने पूर्व आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सरकारों पर इस मुद्दे पर कुछ भी न करने का आरोप भी लगाया था।
उन्होंने कहा था, "मैं इंडिया गेट पर विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों से पूछना चाहती हूं कि इससे पहले आपने कहां विरोध प्रदर्शन किया था? पिछले प्रदर्शनों में क्या हुआ था? वायु प्रदूषण की समस्या नई नहीं है और वर्षों से चली आ रही है।
उन्होंने कहा था कि सरकार ने क्या किया? 27 साल का काम रुका हुआ है। सरकार को कम से कम 27 महीने चाहिए चीजों को ठीक करने के लिए। 27 महीने बाद, आप मुझसे पूछ सकते हैं कि हमने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए क्या कदम उठाए हैं," गुप्ता ने कहा। बता दें, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सोमवार को दिल्ली भर के 27 निगरानी केंद्रों में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' दर्ज की गई, जिसमें वज़ीरपुर में वायु गुणवत्ता सबसे खराब रही।

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