अव्यवस्थित डलाव घर बन रहे परेशानी का सबब
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : स्वच्छता अभियान को लेकर एक ओर निगम के नेता बड़ी-बड़ी बाते
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : स्वच्छता अभियान को लेकर एक ओर निगम के नेता बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत बड़ी-बड़ी बातों की पोल खोलकर रख देती है। जिस दक्षिणी दिल्ली नगर निगम को अपने क्षेत्र में सफाई का जिम्मा मिला हुआ है वह इसी मूलभूत कार्य में दिलचस्पी लेता नजर नहीं आता है। हालत यह है कि अधिकारी इस संबंध में सीधे बात तक नहीं करते। नजफगढ़ जोन में सफाई से जुड़ा कार्य निजी कंपनी को सौंप देने के बावजूद डलाव घर की स्थिति में कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। यहां पसरी अव्यवस्था स्वच्छता अभियान की पोल खोलकर रख देती है। डलाव घर के बाहर अनमने ढंग से कूड़ा फेंका जाता है और सड़क का अधिकांश हिस्सा इस कूड़े के ढेर से अटा पड़ा रहता है। अधिकारियों की तरफ से कभी भी इस दिशा में न ही कोई कार्रवाई की जाती है और न ही इसके सुधार के लिए कोई कदम उठाया जा रहा है। ऐसे में डलाव घर के पास से गुजरना लोगों के लिए बड़ी परेशानी की वजह बन गई है। कॉलोनी में बने ये डलाव घर बीमारियों का घर बन गए हैं।
मंगलापुरी वार्ड की बात करें तो यहां पांच कूड़ा घर है, लेकिन आसपास के किसी भी वार्ड में एक भी कूड़ा घर नहीं है। ऐसे में सभी वार्ड का कूड़ा एकत्रित कर यहीं लाकर डाला जाता है। यहां सुबह से शाम तक अव्यवस्था का माहौल बना रहता है। बदबू व मच्छरों से आसपास रहने वाले लोगों व राहगीरों का बुरा हाल है। यहां कूड़े के ढेर में भोजन की तलाश में आवारा पशुओं का जमघट लगा रहता है। कूड़े के ढेर में रहने व खाने से पशुओं के स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है, लेकिन निगम को इस बात से रत्तीभर भी फर्क पड़ता नजर नहीं आता है।
मंगलापुरी बस टर्मिनल के नजदीक बने कूड़ा घर की बात करें तो यहां मस्जिद, श्मशान भूमि व कब्रिस्तान है। डलाव घर के बाहर पसरी अव्यवस्था के कारण लोग नाक पर रूमाल रखकर गुजरते नजर आते हैं। कई लोग तो वहां से गुजरते वक्त कुछ देर के लिए सांस ही रोक लेते हैं। आने वाले समय यहां मेट्रो भी शुरू होने वाली है। ऐसे में यहां स्थिति क्षेत्र की छवि पर गलत प्रभाव डालती है। कैलाशपुरी रोड पर बने कूड़ा घर की भी यहीं स्थिति देखने को मिलती है। यह काफी व्यस्त सड़कों में शुमार है। सड़क के किनारे डीडीए की कई सारी सोसायटी है। डलाव घर के आगे पसरी गंदगी को लेकर कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधि को शिकायत की गई है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। रात में यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। ओल्ड पंखा रोड के किनारे स्थित कूड़ा घर की भी हालत बद से बदतर है। बारिश के मौसम में यह बीमारियों की वजह बन जाती है।
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