दिल्ली के करोल बाग में उद्घाटन के बाद भी बंद हेरिटेज पार्क, चिल्ड्रन पार्क के निर्माण के बाद ही मिलेगी एंट्री
दिल्ली के करोल बाग में हेरिटेज पार्क उद्घाटन के बाद भी जनता के लिए बंद है। पार्क में अभी चिल्ड्रन पार्क का निर्माण कार्य चल रहा है। अधिकारियों का कहना ...और पढ़ें

अजमलखां पार्क स्थित हैरिटेज पार्क का बंद पड़ा टिकट काउंटर। जागरण
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। कबाड़ से कमाल की परियोजना के तहत करोल बाग के अजमल खां पार्क में बनाए गए हेरिटेज पार्क का दीदार अब लोग चिल्ड्रन पार्क के निर्माण के बाद ही कर सकेंगे। यहां पर आने वाली भीड़ और आस-पास बच्चों के खेलने के लिए पर्याप्त गतिविधियां न होने की वजह से निगम ने इसमें चिल्ड्रन पार्क न जोड़ने का निर्णय लिया है।
निगम के अनुसार इस पार्क के ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने के साथ चिल्ड्रन पार्क का निर्माण किया जा रहा है। इसमें करीब छह से आठ माह का समय लगेगा इसके बाद इसे शुरू कर दिया जाएगा।
2019 में शुरू किया था पार्क
दिल्ली नगर निगम ने वेस्ट टू आर्ट थीम के जरिये सबसे पहले वर्ष 2019 में यह पार्क शुरू किया गया था। इसके बाद भारत दर्शन पार्क पंजाबी बाग, आजादी का अमृत महोत्सव पार्क बहादुर शाह जफर मार्ग और हेरिटेज पार्क का निर्माण हुआ था।
इसमें तीन पार्क चल रहे हैं जबकि हेरिटेज पार्क अभी तक शुरू नहीं हो पाया है जबकि चार मार्च 2024 इस पार्क का उद्धाटन तत्कालीन केंद्रीय राज्यमंत्री और नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी ने किया था। इस पार्क के निर्माण में चार करोड़ की लागत आई थी।
इसके बाद इस पार्क को टिकट की दरें तय न होने की वजह से चालू नहीं किया जा सका। फिर बाद में वर्षा का मौसम शुरू हुआ तो देखने में आया कि यह स्थान इलाके के नीचले हिस्से में बना हुआ है। इसकी वजह से वर्षा के दौरान आस-पास के इलाके का पानी भी इसी तरफ आ जाता है। ऐसे में पार्क को शुरू करना उस समय उचित नहीं समझा गया।
हर जोन में बन रहा एक पार्क
एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अमृत 2.0 के तहत दिल्ली नगर निगम को चिल्ड्रन पार्क बनाए जाने हैं। एमसीडी ने नंदन वन पार्क की तर्ज पर हर जोन में न्यूनतम एक पार्क बना रही है। इसमें बच्चों के खेलने के लिए झूले और शारीरिक गतिविधियों के लिए भी आकृतियां व उपकरण हैं।
जिसमें बच्चों को काफी अच्छा लगता है और उनकी शारीरिक गतिविधि भी हो जाती है। इसी तर्ज पर अजमल खां पार्क में बने हेरिटेज पार्क में चिल्ड्रन पार्क का निर्माण होना है। इसके बाद इसे शुरू किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि एमसीडी ने हेरिटेज पार्क में यूनेस्कों की सूचि में शामिल भारत की ऐतिहासिक इमारतों और स्थलों की प्रतिकृतियों को कबाड़ से बनाया गया है। इसमें 200 टन के करीब पुराने लोहे की टीन, साइकिल, कारों के पूर्जों को शामिल किया गया है। साढ़े चार एकड़ भूमि में इस पार्क में कबाड़ से बनी ही प्रतिकृतियां लगाई गई हैं।
इसमें दिल्ली का लाल किला, अहमदाबाद का तीन दरवाजा, मध्य प्रदेश का विष्णु मंदिर, कर्नाटक का दुर्गा मंदिर, जयपुर का अमेर किला, पश्चिम बंगाल का शांति निकेतन, गुजरात का चंपनेर, आगरा का किला, बिहार का महाबोधी मंदिर समेत अन्य राज्यों के प्रमुख स्थानों की कबाड़ से बनी प्रतिकृतिया लगाई है। इसी प्रकार थ्री डी व्हील भी लगाए गए हैं।
यह रखा गया है शुल्क
पार्क में प्रवेश के लिए तीन साल तक के बच्चे के लिए प्रवेश इसमें नि:शुल्क होगा, जबकि तीन से 12 वर्ष के बच्चे के लिए 25 रुपये का शुल्क होगा। 12 से 65 वर्ष के आयु वर्ग के लिए 50 रुपये का शुल्क होगा। 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के प्रवेश निश्शुल्क है। सप्ताहांत में यह तय शुल्क के दाम दोगुने हो जाते हैं।

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